ओमिक्रोन से फरवरी में आ सकती है तीसरी लहर ,भारतीयों पर अधिक खतरनाक नहीं

नई दिल्ली
कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन(Omicron) के खतरे को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारें अलर्ट मोड पर हैं। तमाम विशेषज्ञों का मानना है कि फरवरी में इस वैरिएंट के चलते तीसरी लहर आ सकती है। ऐसे में वैक्सीनेशन की स्पीड पर जोर दिया जा रहा है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार, भारत में कल कोरोना वायरस के लिए 12,89,983 सैंपल टेस्ट किए गए, कल तक कुल 65,19,50,127 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं। वहीं, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बताया कि भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 9,419 नए मामले सामने आए हैं और कोरोना से 8,251 लोग ठीक हुए हैं। सक्रिय मामलों की संख्या   94,742 है और रिकवरी रेट 98.36% है।

महाराष्ट्र:  कल्याण डोंबिवली नगर निगम आयुक्त डॉ.विजय सूर्यवंशी ने बताया-महाराष्ट्र में ओमीक्रोन से संक्रमित पहले मरीज़ (33 वर्षीय मेकैनिकल इंजीनियर) का टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आया है। उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। उसे 7 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी गई है। मरीज़ 23 नवंबर को साउथ अफ्रीका से दुबई और दिल्ली से होते हुए मुंबई पहुंचा था, 27 नवंबर को ओमीक्रोन से संक्रमित पाए जाने के बाद उसे डोंबिवली के कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।

कोच्चि:  केयर अस्पताल, कोच्चि के एमडी डॉ. पद्मनाभ शेनॉय ने कहा-हमारे यहां #Omicron (लहर) आ सकती है, लेकिन यह अन्य देशों की तरह विनाशकारी नहीं होगा। भारत एक बेहतर स्थिति में है, क्योंकि अधिकतम आबादी पहले ही संक्रमित और टीकाकरण कर चुकी है और हाइब्रिड प्रतिरक्षा भी उत्पन्न कर चुकी है।

पंजाब: पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ओम प्रकाश सोनी ने कहा कि पंजाब में ओमिक्रॉन का कोई मामला नहीं है। विदेशी पर्यटकों की टेस्टिंग की जा रही है।

फाइजर का दावा: इस बीच कोरोना वैक्सीन निर्माता कंपनी फाइजर-बायोनटेक(Pfizer-BioNTech) ने दावा किया है कि उसके टीके की तीन डोज ओमिक्रॉन को मात दे सकती है। फाइजर ने ओमिक्रॉन पर वैक्सीन के असर को लेकर अपनी शुरुआती स्टडी के आधार पर यह दावा किया है।

यह भी जानें
आमतौर पर वायरस संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने, बोलने, गाना गाने या सांस लेने के दौरान उनके मुंह या नाक से निकलने वाले छोटे तरल कणों से फैलता है। यह भीड़-भाड़ वाली जगहों पर ज़्यादा आसानी से फैलता है।

 

 आईआईटी की डेटा साइंटिस्ट टीम ने दावा किया कि देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर में अधिकतम मामले 1 से 1.5 लाख प्रति दिन तक आ सकते हैं। टीम में शामिल डेटा वैज्ञानिक मनिंद्र अग्रवाल ने दावा किया है कि तीसरी लहर के पीछे ओमिक्रोन वेरिएंट जिम्मेदार हो सकता है।

भारत में ओमिक्रोन वेरिएंट के मामले जब से सामने आए हैं, तभी से इस वेरिएंट के संक्रमित मरीजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि टीम ने दावा किया है कि दूसरी लहर की तुलना में तीसरी लहर काफी कमजोर होने की उम्मीद है। IIT डेटा साइंटिस्ट टीम के मुताबिक तीसरी लहर में अधिकतम मामले प्रतिदिन 1 से 1.5 लाख तक आ सकते हैं।

डेल्टा वेरिएंट जितना खतरनाक नहीं होगा ओमिक्रोन

IIT डेटा साइंटिस्ट टीम का कहना है कि नए वेरिएंट ने सभी को चिंता में डाल दिया है। लेकिन अभी तक यह अनुमान लगाया जा रहा है कि ओमिक्रोन डेल्टा वेरिएंट की तरह ज्यादा खतरनाक नहीं होगा। दक्षिण अफ्रीका में पाए जा रहे मामलों पर गौर करने की जरूरत है, जहां केसों की संख्या ज्यादा होने के बावजूद अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अभी भी बेहद कम है, लेकिन इसे हल्के में नहीं लिया जा सकता।

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