प्रदेश बेटियों की जन्मदर में 30 जिलों में सुधार, खंडवा प्रदेश में टॉप पर

खंडवा

प्रदेश के 30 जिलों में पिछले सर्वे के मुकाबले इस बार जन्मदर में सुधार हुआ है, जबकि 21 जिलों में बेटियों की जन्मदर में गिरावट आई है।

खंडवा जिले में बेटियाें की जन्मदर पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा है। यहां पर एक हजार बेटाें पर 1272 बेटियां जन्म ले रही हैं। प्रदेश में दूसरे नंबर पर भाेपाल है। यहां पर एक हजार बेटाें पर 1261 बेटियां जन्म ले रही हैं। वहीं दतिया और सतना जिले बेटियों की जन्मदर के मामले में सबसे निचले पायदान पर हैं।

दतिया और सतना में एक हजार बेटों पर 658 बेटियाें ने ही जन्म लिया। यह खुलासा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (एनएफएचएस-5) की रिपोर्ट में हुआ है। प्रदेश के 30 जिलों में पिछले सर्वे के मुकाबले इस बार जन्मदर में सुधार हुआ है, जबकि 21 जिलों में बेटियों की जन्मदर में गिरावट आई है।

प्रदेश के 17 जिले ऐसे हैं, जहां बेटियों की जन्मदर प्रति हजार से भी ज्यादा है। वहीं महिला-पुरुष के लिंगानुपात के मामले में पूरे प्रदेश में सबसे बेहतर स्थिति सिवनी जिले की है। यहां पर एक हजार पुरुषाें पर सबसे ज्यादा 1089 महिलाएं हैं।

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