सोना और बीमा से जुड़े ये दो बदलाव आपके लिए बेहद फायदेमंद हैं

नई दिल्ली
 केंद्र सरकार स्वर्ण मुद्रीकरण योजना (जीएमएस) में चरणबद्ध तरीके से बदलाव की योजना बना रही है। इसके तहत बैंकों में रखे जाने वाले सोने की मात्रा को घटाकर पांच ग्राम किया जा सकता है। अभी कम से कम 10 सोना बैंक में रखना पड़ता है। केंद्र सरकार ने लोगों को घरों में निष्क्रिय पड़े सोने से कमाई करने के मकसद से इस योजना को शुरू किया था। योजना के तहत बैंक में सोना रखने वालों को ब्याज मिलती है। बीते कुछ वर्षों में इस योजना के तहत बैंक में सोना रखने वालों की संख्या में सुधार हुआ है। हालांकि, अभी भी बड़ी संख्या में लोग इस योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।
 
इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार पहले चरण में बैंक में रखे जाने वाले सोने की मात्रा को 10 ग्राम से घटाकर पांच ग्राम कर सकती है। आने वाले वर्षों में इस मात्रा को घटाकर एक ग्राम या इससे कम किया जा सकता है। पहले इस योजना में कम से कम 30 ग्राम सोना बैंक में रखने का प्रावधान था, जिसे पिछले वर्ष ही घटाकर 10 ग्राम किया गया था।

जानकारों का कहना है कि मौजूदा सीमा के बावजूद ग्रामीण क्षेत्र के ग्राहकों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जबकि ग्रामीण आबादी के पास देश का सबसे ज्यादा सोना है। अनुमान के मुताबिक, ग्रामीण आबादी के पास करीब 25 हजार टन या 1.6 लाख करोड़ डॉलर का सोना है। योजना के तहत जो लोग 50 से 100 ग्राम सोना बैंकों में रखना चाहते हैं उनसे कर अधिकारी कोई सवाल नहीं कर सकते हैं।

 

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