तेंदूखेड़ा में कलेक्टर ने लिया निर्वाचन संबंधी कार्यों का जायजा
नरसिंहपुर
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अभय वर्मा ने तेंदूखेड़ा में निर्वाचन संबंधी कार्यों का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिये। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक 120-तेंदूखेड़ा के अंतर्गत बीएलओ, सुपरवाईजर एवं खंड स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर कलेक्टर ने निर्वाचन से जुड़े कार्यों की समीक्षा रविवार को की। उन्होंने फोटो मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की जानकारी ली।
कलेक्टर ने कहा कि जिले के मतदान केन्द्रों में फोटो मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण का कार्य चल रहा है। यह कार्य 31 अगस्त तक चलेगा। यह पुनरीक्षण आगामी विधानसभा चुनाव- 2018 का अंतिम पुनरीक्षण है। इसमें यह प्रयास किया जा रहा है कि मतदाता सूची में कोई भी पात्र मतदाता नहीं छूटे और किसी भी अपात्र मतदाता का नाम मतदाता सूची में कटने से शेष न रहे। पुनरीक्षण के दौरान पात्रों के नाम मतदाता सूची में जोड़ने, संशोधन करने और अपात्रों के नाम हटाने का कार्य किया जायेगा। जो मतदाता स्थानांतरित या मृत हो गये हैं, अन्य स्थानों पर रहने लगे हैं, जिन महिलाओं की अन्यत्र शादी हो गई है, उनके नाम मतदाता सूची से हटाये जायेंगे। किसी गांव की आबादी के औसत रूप से 60 से 62 प्रतिशत मतदाता होते हैं। इनमें महिला और पुरूष मतदाताओं का अनुपात लगभग समान होना चाहिये, उनकी संख्या करीब 50- 50 प्रतिशत के आसपास होनी चाहिये। उन्होंने आग्रह किया कि सभी महिला मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में अवश्य जुड़वायें। किसी भी पात्र महिला मतदाता का नाम सूची में जुड़ने से नहीं छूटना चाहिये। एक जनवरी 2018 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले मतदाताओं के नाम प्राथमिकता से जुड़वायें जावें।
बैठक में अवगत कराया गया कि 21 एवं 22 अगस्त को प्रत्येक मतदान केन्द्र स्तर पर मतदाता चौपाल का आयोजन किया जायेगा। मतदान केन्द्र का बीएलओ, ग्राम पंचायत का सचिव, ग्राम रोजगार सहायक तथा ग्राम कोटवार संयुक्त रूप से इस चौपाल का आयोजन करेंगे। निर्देश दिये गये कि इस मतदाता चौपाल में बीएलओ ग्राम पंचायत, सार्वजनिक स्थान पर मतदाता सूची का वाचन करें और मतदाता सूची में सभी पात्र मतदाताओं के नाम जोड़ने के लिए आवेदन प्राप्त करें। मतदाता सूची में दर्ज मृत, स्थानांतरित, अनुपस्थित अथवा दोहरी प्रविष्टि वाले मतदाता के नाम मतदाता सूची से पृथक किये जावें। दिव्यांग मतदाता का चिन्हांकन कर उनका नाम मतदाता सूची में जोड़ने की कार्रवाई सुनिश्चित की जावे। इसके साथ ही यदि मतदाता सूची में किसी भी मतदाता के नाम, पिता का नाम, उम्र, लिंग, फोटो आदि में अशुद्धि पाई जाती है, तो उसके निराकरण के लिए विधिवत फार्म प्रस्तुत किये जावें।
प्रत्येक बीएलओ मतदाता चौपाल का आयोजन करें और यह जानकारी जिला कार्यालय में प्रस्तुत की जावे। मतदाता सूची की शुद्धता के लिए चलाये जा रहे इस अभियान के बाद यदि किसी मतदान केन्द्र में कोई त्रुटि पाई जाती है, तो संबंधित बीएलओ को प्राथमिक तौर पर दोषी माना जायेगा और उसके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी।
व्हीव्हीपेट का प्रदर्शन
बैठक के दौरान व्हीव्हीपेट का प्रदर्शन किया गया। मास्टर ट्रेनरों ने व्हीव्हीपैट की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। व्हीव्हीपेट के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया।
बैठक में बताया गया कि आगामी चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के साथ व्हीव्हीपैट का इस्तेमाल किया जायेगा। व्हीव्हीपेट एक तरह की मशीन है, जिसे ईवीएम के साथ जोड़ा गया है। इसका फायदा यह होता है कि जब कोई मतदाता ईवीएम का इस्तेमाल करते हुए अपना वोट देता है, तो वह उस मशीन में उस प्रत्याशी का नाम और चुनाव चिन्ह भी देख सकता है, जिसे उसने वोट दिया है। व्हीव्हीपैट के अंतर्गत वोट डालने के तुरंत बाद मशीन में कागज की एक पर्ची बनती है, जिस पर उस उम्मीदवार का नाम एवं चुनाव चिन्ह छपा होता है, जिसे वोट दिया है। ईवीएम में लगे शीशे के एक स्क्रीन पर यह पर्ची केवल 07 सेकंड के लिए दिखती है। इसलिए मतदाता को बैलिट यूनिट में बटन दबाने के साथ ही व्हीव्हीपैट की स्क्रीन पर भी नजर रखनी होगी। जिससे वह देख सकें कि वोट किसको गया। इसके साथ ही पर्ची कटकर मशीन में चली जायेगी।