मंत्री कश्यप के सिरकट्टी आश्रम पहुंचने से गरमाई सियासत
गरियाबंद
चुनावी मौसम में कोई बड़ा नेता अचानक किसी खास शख्स से गुपचुप बात करके चला जाए तो टिकट के बाकी दावेदारों की धड़कनें तेज हो जाना स्वाभाविक है. राजकीय शोक के बाद भी स्कूली शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने सांसद चंदूलाल साहू के साथ स्थानीय संगठन को सूचना दिए बैगर अचानक गरियाबंद जिले के सिरकट्टी आश्रम पहुंचकर राजिम विधानसभा की सियासत गरमा दी है. मंत्री ने इसे अपना सामान्य दौरा बताया है मगर राजनीति के जानकर इसके कई मायने निकाल रहे हैं.
कुछ महीने पहले सीएम रमन सिंह ने इसी आश्रम का दौरा किया था और अब चुनावी माहौल में अचानक शिक्षा मंत्री के दौरे ने इलाके की सियासत तेज कर दी है, यही नहीं मीडिया को दिए बयान में भी उऩ्होंने जिस अंदाज में जवाब दिया कि उससे राजिम विधानसभा से टिकट के दावेदारों की धड़कनें बढ़ना लाजमी है.
सिरकट्टी आश्रम की ख्याति किसी से छुपी नहीं है, आश्रम का राजिम विधानसभा सहित आसपास की बिन्द्रानवागढ़, कुरुद और अभनपुर विधानसभा में अच्छा खासा प्रभाव है. यदि आश्रम के संचालक खुद चुनाव लड़ते हैं या किसी पार्टी का प्रचार करते हैं तो चुनावी परिणाम बदल सकते हैं. हालांकि सिरकट्टी आश्रम के संचालक गोवर्धन शरण महाराज ने भाजपा में शामिल होने या पार्टी की तरफ से किसी प्रकार का चुनाव लड़ने की बात का खंडन कर दिया है, मगर मंत्री के साथ सिरकट्टी आश्रम पहुंचे सांसद चंदूलाल साहू ने जिस अंदाज में मीडिया को जवाब दिया उससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आऩे वाले दिनों में भाजपा राजिम विधानसभा में नए समीकरण बनाने की तैयारी में है.
चुनावी सर्वे से चिंतित भारतीय जनता पार्टी जिस तरह एक एक सीट पर जीतने वाले प्रत्याशी की खोजबीन में जुटी है, उसी तरह सिरकट्टी आश्रम में पहले सीएम का आना और अब अचानक स्कूली शिक्षा मंत्री का आश्रम पहुंचना महज इत्तेफाक नही हो सकता है. फिलहाल स्कूली शिक्षा मंत्री के अचानक दौरे ने राजिम विधानसभा से टिकट के दावेदारों की बेचैनी जरूर बढ़ा दी है.