डेंगू से दुर्ग में 27वीं मौत, नाकाफी साबित हो रहे सरकारी इंतजाम
रायपुर
छत्तीसगढ़ में डेंगू की दहशत फैली हुई है. मरने वालों की संख्या 30 तक पहुंच चुकी है. इसमें अकेले दुर्ग जिले में 27 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके अलावा रायपुर में एक और कोरिया में दो लोगों की मौत डेंगू की वजह से हुई है. गुरुवार को दुर्ग जिले के चरोदा निवासी चरोदा निवासी प्रवीण अग्रवाल की डेंगू से मौत हो गई. बावजूद इसके सरकार इतंजाम उस स्तर पर दिखाई नहीं दे रहे जो होने चाहिए. छत्तीसगढ़ में डेंगू से निपटने हर मौत से साथ इंतजामों और व्यवस्थाओं की पोल खुलती जा रही है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर अब तक प्रभावित क्षेत्र का दौरा नहीं कर सके हैं.
छत्तीसगढ़ में डेंगू प्रभावित करीब 16 सौ आशंकित मरीज हैं, जिनमें से 520 को डेंगू की पुष्टी हो चुकी है. इस भयावह स्थिति के बाद भी जिम्मेदार या तो एसी कमरे में बैठक कर प्लानिंग कर रहे हैं या फिर दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात कर फेसबुक पर फोटो अपलोड कर रहे हैं. इस सब के बीच बड़ा सवाल ये है कि जिस जनता जनार्दन ने एक राजनीतिक दल को सत्ता सौंपी उस दल के नुमाइंदे भी कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं.
कुल मिलाकर सवाल यही कि अब हुए 29 मौतों के लिए जिम्मेदार कौन और क्या जिम्मेदारों पर किसी तरह की कार्रवाई की जाएगी. या फिर मंत्री अजय चंद्राकर के निर्देश पर लोगों के घरों से कुलर ही जब्त कराया जाएगा. बहरहाल छत्तीसगढ की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था किसी से छुपी नहीं है. यही वजह है कि लोग बीमारी से पीड़ित होते ही भगवान को याद करने लगते हैं.