10 गर्भपात, 22 IVF के बाद मां बनी यह महिला

अहमदाबाद
दुनिया में एक महिला के लिए मां बनने का अहसास सबसे खास अहसासों में से एक होता है। मगर अहमदाबाद की एक महिला को मां बनने के लिए एक लंबा इंतजार और कष्ट झेलना पड़ा। हालांकि इस इंतजार का अंत सुखद रहा और 10 अबॉर्शन और 22 आईवीएफ साइकल्स के बाद जामनगर की शीतल ठक्कर (36) मां बन पाईं। शीतल ने एक बच्ची को जन्म दिया है। 

एक्सपर्ट्स का कहना है कि ज्यादातर कपल 3-5 आईवीएफ साइकल्स के बाद भी रिजल्ट ना मिलने पर हार मान लेते हैं। वहीं शीतल ने कहा, 'मैंने ठान लिया था कि मैं हार नहीं मानूंगी। मेरा मन था कि मुझे मां बनना है, फिर भले ही कुछ भी करना पड़े।' 

शीतल ने बताया कि इस दौरान लगे सैकड़ों इंजेक्शन्स और गर्भपात बहुत दर्दनाक होते थे, मगर मैंने उम्मीद नहीं छोड़ी। परिवार ने बच्ची का नाम 'पंक्ति' रखा है। शीतल ने इस अपने मां बनने का श्रेय अपने पति प्रणव को भी दिया, जिन्होंने इस दर्दनाक सफर को बीच में नहीं छोड़ा। शीतल ने कहा कि इलाज के दौरान अपना ध्यान बंटाने के लिए मैंने लॉ में पोस्ट ग्रैजुएशन भी कर डाला। 

मां बनने का सुख और लॉ में करियर बनने की खुशी भी शीतल को लगभग एक ही साथ मिली है। बच्ची का जन्म जहां 15 अगस्त को हुआ है, वहीं पब्लिक प्रॉसिक्यूटर (लोक अभियोजक) के पद पर तैनाती का लेटर भी उन्हें कुछ दिन पहले ही मिला। 

यह सामने आया है कि शीतल के दो अंडाशयों में से सिर्फ एक ही काम कर रहा था। साथ ही उनके गर्भाशय में भी दिक्कत थी। शीतल ने इसका आयुर्वेद और ऐलोपैथ के जरिए काफी इलाज किया मगर कोई फायदा नहीं हुआ। उनका आईवीएफ ट्रीटमेंट 2012 में शुरू हुआ था। 

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