निर्वाचन आयोग ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से दिया राजस्व तथा पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण

रीवा
आगामी विधानसभा चुनाव के लिये कई स्तरों पर तैयारियाँ की जा रही हैं। भारत निर्वाचन आयोग तथा मप्र निर्वाचन आयोग ने राजस्व तथा पुलिस अधिकारियों को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से चुनाव का प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में मतदाता सूची संशोधन, मतदान कर्मियों के मतदान, कम्यूनिकेशन प्लान, मतदाता जागरूकता अभियान, चुनाव संबंधी शिकायतों के निराकरण, क्रिटिकल मतदान केन्द्र, निर्वाचन की आदर्श आचरण संहिता तथा कानून और व्यवस्था बनाये रखने के लिये आवश्यक प्रबंधों का प्रशिक्षण दिया गया। कलेक्ट्रेट के एनआईसी केन्द्र से कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती प्रीति मैथिल नायक, पुलिस अधीक्षक सुशांत सक्सेना, एडीएम बीके पाण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता, सभी एसडीएम तथा एसडीओपी उपस्थित रहे।

प्रशिक्षण में बताया गया कि मतदाता सूची के संशोधन एवं परिवर्धन के समय हर पात्र मतदाता का नाम अनिवार्य रूप से शामिल करायें। महिला मतदाताओं के नाम अनिवार्य रूप से शामिल करायें। जिन मतदान केन्द्रों में गत चुनाव में मतदान का प्रतिशत कम रहा उन पर विशेष ध्यान दें। हर विधानसभा क्षेत्र में आदर्श मतदान केन्द्र बनायें। दिव्यांग मतदाताओं के मताधिकार के उपयोग की पूरी व्यवस्था करें। चुनाव कार्य में तैनात सभी अधिकारियों तथा कर्मचारियों को मताधिकार का अवसर दें। पुलिस अधीक्षक सभी सुरक्षा कर्मियों के मतदाता पहचान पत्र क्रमांक की जानकारी एकत्रित करा लें जिससे उन्हें डाकमत पत्र जारी किये जा सकें।

प्रशिक्षण में बताया गया कि वर्नेबिल तथा क्रिटिकल मतदान केन्द्रों का निर्धारण राजस्व एवं पुलिस अधिकारी संयुक्त रूप से भ्रमण करके करें। असमाजिक तत्वों तथा गत चुनाव के दौरान निर्वाचन संबंधी आपराधिक गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों पर कड़ी कार्यवाही करें। अवैध अस्त्र-शस्त्र, अवैध शराब की बिक्री तथा भण्डारण एवं अन्य मादक पदार्थों की बिक्री पर प्रभावी रोकथाम के लिये कड़ी कार्यवाही करें। सभी जिला निर्वाचन अधिकारी वर्तमान स्थितियों के अनुसार कम्यूनिकेशन प्लान तैयार करें। इसमें मोबाइल के साथ वायरलेस सेट से भी सूचना भेजने की व्यवस्था रखें। वेब कॉस्टिंग के लिये भी उचित प्रबंध करें। इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन तथा व्हीव्हीपैट मशीन का व्यापक प्रचार-प्रसार करायें। इनके संचालन तथा मतगणना के संबंध में सभी अधिकारी पूरी जानकारी रखें।

प्रशिक्षण में बताया गया कि मतदाता जागरूकता अभियान लगातार जारी रखें। इसकी नियमित रिपोर्टिंग करें। निर्वाचन संबंधी शिकायतों के निराकरण के लिये समाधान सॉफ्टवेयर बनाया गया है। इसके माध्यम से भी शिकायतों का निराकरण होगा। जिला निर्वाचन अधिकारी तथा रिटर्निंग ऑफीसर इसमें दर्ज शिकायतों की नियमित समीक्षा करें। राजनैतिक दलों को चुनाव सभा, रैली आदि की अनुमति सुगमता से देने के लिये आयोग ने सुविधा सॉफ्टवेयर बनाया है। इसमें राजनैतिक दल अपना आवेदन पत्र दर्ज करेंगे। सभी विभागों के अनापत्ति प्रमाण पत्र इसी के माध्यम से जारी होकर उन्हें अनुमति पत्र जारी किया जायेगा। इसी तरह चुनाव के लिये वाहनों का प्रबंधन करने के लिये सुगम सॉफ्टवेयर बनाया गया है। इसके संचालन तथा उपयोग के लिये निर्देश जारी कर दिये गये हैं।

प्रशिक्षण में बताया गया कि प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में व्हीव्हीपैट मशीन से मतदान वाले एक मतदान केन्द्र की मतगणना उम्मीदवारों की उपस्थिति में की जायेगी। इस संबंध में दिये गये निर्देशों के अनुसार सभी आवश्यक प्रबंध करें। प्रशिक्षण के दौरान निर्वाचन आयोग की 28 अगस्त को प्रस्तावित बैठक की तैयारियों के भी निर्देश दिये गये।

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