अमेरिका के थाड की टक्कर में भारत का S-400, जानें कौन कितना ताकतवर?
नई दिल्ली
भारत ने हाल ही में रूस के साथ एस 400 वायु सुरक्षा प्रणाली की डील की है जोकि पाक के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। वहीं भारत की एस 400 वायु सुरक्षा प्रणाली के मुकाबले अमेरिका के पास भी थाड है जिसका वह दम भरता है। तो आज हम आपको बताने जा रहा है कि थाड और एस 400 की बीच कौन किस पर भारी पड़ सकता है।
एस-400 की खासियत
एस-400 उन्नत मिसाइल रोधी प्रणाली है जो किसी भी प्रकार के हवाई लक्ष्य को मार गिराने में सक्षम है।
एस-400 अमेरिका निर्मित एफ-35 जैसे 6 लड़ाकू विमानों को एक साथ दाग सकता है।
यह 400 किलोमीटर की दूरी से भी लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।
यह फायर एंड फॉरगेट की नीति पर काम करता है।
ये सभी तरह के एयरक्राफ्ट, मिसाइल और बिना इंसान के विमान को ट्रैक कर सकता
है।
एस-400 की मारक क्षमता अचूक है और ये एक साथ तीन दिशाओं में मिसाइल दाग सकता है।
इसमें एक बैटरी 12 ट्रांसपोर्टर इरेक्टर लॉन्चर्स से बनती है। सभी बैटरी में एक फायर कंट्रोल रेडार सिस्टम भी निहित होता है।
इसमें स्टैंड-ऑफ जैमर एयरक्राफ्ट, एयरबोर्न वॉर्निंग और कंट्रोल सिस्टम एयरक्राफ्ट है।
यह बैलिस्टिक और क्रूज दोनों मिसाइलों को बीच में ही नष्ट कर देगा।
एस-400 रोड मोबाइल है और आदेश मिलते ही पांच से 10 मिनट के भीतर इसे तैनात किया जा सकता है।
यह 360 डिग्री के दायरे में स्कैन कर निशाने को भेद सकता है।
एस-400 की सबसे बडी खासियत यह है कि इसकी आसान आवाजाही है
थाड की खासियत
इस मिसाइल प्रणाली में एक बेहद ही मजबूत रडार लगा है, जो आसपास की हमला करने वाली मिसाइलों को शुरुआत में ही खत्म करने की क्षमता रखता है।
इसकी खासियत है कि यह आसपास के दायरे में उडऩे वाली किसी भी मिसाइल को उड़ते ही गिराने में तकनीक रूप से सक्षम है।
थाड की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह 200 किमी की दूरी और 150 किमी की ऊंचाई तक किसी भी टारगेट को खत्म कर सकता है।
इससे एक बार में आठ एंटी मिसाइलें दागी जा सकती हैं।
इसमें लगा रडार 600 से 900 किलोमीटर की दूरी तक मिसाइलों और विमानों पर नजर रख सकता है।