नई मुसीबत ने बड़ी धडकन, महाराष्ट्र और केरल में मिले दो नए वेरिएंट

 
नई दिल्ली

पिछले साल फरवरी में कोरोना महामारी पूरे देश में फैली और मार्च में सरकार को देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान करना पड़ा। इसके बाद सभी ने पूरा साल पाबंदियों के साथ गुजारा। फिर नया साल नई उम्मीदें लेकर आया, जहां भारत में दो कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल गई, लेकिन कोरोना के नए वेरिएंट ने केंद्र और राज्य सरकारों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ये नया वेरिएंट पहले से ज्यादा खतरनाक है और तेजी से फैलता है। अब महाराष्ट्र और केरल में कोरोना वायरस के दो अन्य नए वेरिएंट का पता चला है।
 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि महाराष्ट्र और केरल में कोरोना वायरस के दो नए वेरिएंट का पता चला है। हालांकि अभी तक इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि दोनों राज्यों में बढ़ते मामलों की वजह ये दोनों वेरिएंट ही हैं। मौजूदा वक्त में केरल और महाराष्ट्र में कोरोना केस देश के कुल सक्रिय मामलों का 75 प्रतिशत हैं। अभी जो वेरिएंट मिले हैं, उनकी पहचान N440K और E484K के रूप में की गई है। इन दो वेरिएंट के एक मामले का पता तेलंगाना में भी चला है। जिस वजह से स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम वहां पर भी जांच कर रही है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक N440K और E484K के अलावा भारत में यूके, ब्राजील और साउथ अफ्रीकन वेरिएंट के मामले भी मिल चुके हैं। दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में NITI आयोग के सदस्य वीके पॉल ने बताया कि अब तक देश में 187 लोगों में यूके स्ट्रेन की पहचान हुई है। इसके अलावा 6 लोग साउथ अफ्रीकन वेरिएंट से पीड़ित हैं। वहीं देश में एक मामला ब्राजील वेरिएंट का भी आ चुका है।
 
वीके पॉल ने आगे कहा कि वायरस का म्यूटेशन सामान्य प्रक्रिया है। दो नए स्ट्रेन मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमें इस पर विस्तार से जानकारी इकट्ठा कर रही हैं। इसके अलावा उन्होंने 3500 से ज्यादा सैंपल देखे हैं। उनके मुताबिक भारत की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा अभी भी सुरक्षित है। ऐसे में सभी को कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना चाहिए। साथ ही मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

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