शरीर के अंगों को स्वस्थ और फुर्तीला बनाए रखने में विटामिन का अहम योगदान

रोजमर्रा की भागदौड़ भरी जिंदगी ने हमारे खान-पान और लाइफस्टाइल को बुरी तरह से प्रभावित किया है। जिसके कारण तनाव, चिंता और परेशानी हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं। इसका प्रभाव हमारी सेक्स लाइफ पर भी पड़ता है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED) पुरुषों में पाई जाने वाली एक ऐसी ही सामान्य सेक्सुअल बीमारी है। जो न केवल पुरुषों की सेक्स क्षमता में कमी लाती है, बल्कि उनको नपुंसक भी बना सकती है।

वैसे तो यह बीमारी कई कारणों से हो सकती है, लेकिन शरीर में विटामिन-डी की कमी भी इसका एक मुख्य कारण है। 'नेचर जरनल' में छपी एक रिपोर्ट के आधार पर ये जानने का प्रयास करते हैं कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन और विटामिन-डी के बीच क्या संबंध हैं और क्या हैं इसे दूर करने के उपाय।

क्या है इरेक्टाइल डिसफंक्शन
इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ईडी) या स्तंभन दोष पुरुषों में पाई जाने वाली एक सेक्सुअल समस्या है। इस बीमारी में पुरुषों को संभोग के दौरान उनके सेक्स ऑर्गन में जरूरी तनाव या इरेक्शन नहीं मिल पाता। जिस कारण संभोग करने में संतुष्टि नहीं मिलती। साथ ही कई दूसरी तरह की सेक्स संबंधी समस्याएं भी पैदा होने लगती हैं। इरेक्टाइल डिसफंक्शन के कई कारण हो सकते हैं। इनमें किडनी की बीमारी, हार्ट प्रॉब्लम, मोटापा, तनाव, डिप्रेशन और डायबिटीज के अलावा स्मोकिंग, एल्कोहल या फिर ड्रग्स का सेवन भी मुख्य कारण हैं। इसके कारण शरीर में पाए जाने वाले टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आने लगती है या अंगों में शिथिलता आ जाती है, जो इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या पैदा करती है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन और विटामिन-डी
शरीर के अंगों को स्वस्थ और फुर्तीला बनाए रखने में विटामिन का अहम योगदान है। इसमें से विटामिन-डी शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को संतुलित रखने का काम करता है। संभोग के दौरान ब्लड सर्कुलेशन में होने वाली वृद्धि ही जरूरी इरेक्शन पैदा करती है। ब्लड सर्कुलेशन में होने वाली इस कमी और तेजी को संतुलित करने का काम विटामिन-डी करता है।

'नेचर' जर्नल ने अपने शोध 'विटामिन-डी और इरेक्टाइल डिसफंक्शन' में इस बात की संभावना व्यक्त की है कि शरीर में विटामिन-डी की कमी इरेक्टाइल डिसफंक्शन का कारण हो सकती है। इसके साथ ही शोध में यह भी पाया गया कि इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या से ग्रस्त अधिकांश लोगों के शरीर में विटामिन-डी की मात्रा में कमी पाई जाती है।

समस्या दूर करने के उपाय
इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को अपने खान-पान और दिनचर्या में बदलाव लाकर दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं क्या हैं सुझाव..

विटामिन डी से दूर होगी समस्या : प्राकृतिक रूप से विटामिन-डी सबसे आसानी से सूर्य के प्रकाश में मिलता है। इसके अलावा पाश्चराइज्ड दूध, मछली, अंडे की जर्दी जैसे खाद्य पदार्थों से भी विटामिन-डी की कमी को पूरा किया जा सकता है। शरीर में विटामिन-डी की कमी अगर जरूरत से ज्यादा है तो इसकी भरपाई इसके सप्लीमेंट के उपयोग से भी की जा सकती है।

योग के माध्यम से इलाज
इरेक्टाइल डिसफंक्शन की बीमारी जितनी शारीरिक है उतनी ही मानसिक भी। इस तरह की बीमारियों के इलाज में योग काफी कारगर है, क्योंकि योग में बीमारियों का इलाज शारीरिक और मानसिक दोनों स्तर पर किया जाता है। इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करने के लिए उत्तान आसन, बद्धकोण आसन, धनुरासन और पश्चिमोत्तासन लाभदायक हैं।

कीगल एक्सरसाइज
कीगल एक्सरसाइज खासतौर पर इरेक्टाइल डिसफंक्शन की समस्या को दूर करने में लाभदायक है। ये एक्सरसाइज आपके पेल्विक मसल्स को मजबूत बनाती है। जिससे अंगों की शिथिलता में कमी आती है।

मालिश भी है कारगर
शरीर में खून का दौरान बनाए रखने और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मालिश भी कारगर है। कमर और इसके नीचे के अंगों में तेल की मालिश करने से इरेक्टाइल डिसफंक्शन की बीमारी से बचा जा सकता है।

सही लाइफस्टाइल जरूरी
इरेक्टाइल डिसफंक्शन से बचने के लिए सिगरेट और शराब के सेवन को कम से कम करना चाहिए। साथ ही पर्याप्त नींद और खाने के समय का भी खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा अपने आपको तनाव से दूर रखना भी जरूरी है।

Back to top button