राबड़ी देवी ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला- विधानसभा में होता रहा महिला विधायकों का चीरहरण 

पटना
बिहार विधानसभा में मंगलवार को हुए हंगामे को लेकर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला है। राबड़ी ने अपने ट्वीट में लिखा है कि विधानसभा में महिला विधायकों का चीरहरण होता रहा। सरेआम उनकी साड़ी को खोला गया, ब्लाउज़ के अंदर हाथ डालकर खींचा गया, अवर्णीय तरीक़े से बदसलूकी की गयी और नंगई की पराकाष्ठा पार कर चुके नीतीश कुमार धृतराष्ट्र बन कर देखते रहे। सत्ता आनी-जानी है लेकिन इतिहास तुम्हें कभी क्षमा नहीं करेगा।

बता दें कि मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी विधानसभा घेराव में लाठीचार्ज व विधानसभा में हुए घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। आरोप लगाया कि सरकारी बर्बरता अंग्रेजी शासन की याद दिलाती है। विधानसभा में काला कानून पेश किया गया। विपक्ष इस जनविरोधी कानून का विरोध कर रहा था। आरोप लगाया कि विधायकों को पीटा गया व महिला विधाकों को बाल पकड़कर खींचा गया। सरकार विपक्ष और जनता की आवाज को दबा देना चाहती है। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस विधेयक 2021 लोगों और उनके हितों की रक्षा के लिए है। यह लोगों को कष्ट देने के लिए नहीं बना है। इसको लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। इसका विरोध करने वाले इस विधेयक को गौर से पहले पढ़ लें। बिना पढ़े अफवाह फैलायी जा रही है। मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा कि बीएमपी का नाम बदलकर बिहार सशस्त्र पुलिस किया गया है। बिहार मिलिट्री पुलिस, यह नामकरण उपयोगी नहीं है। पुलिस का जो काम है, वही वह करेगी। गलत करने वाले पुलिस को सजा देने का जिक्र भी इस विधेयक में है। अपराध नियंत्रण के लिए यह विधेयक लाया गया है। बोधगया सुरक्षा के लिए भी हमने बीएमपी बहाल किया। कोई सुरक्षा के लिए गया है और वहां अगर कोई गोली चलाएगा तो पुलिस कोर्ट की अनुमति का इंतजार करेगी या अपराधी को गिरफ्तार कर थाना के हवाले करेगी। किसी को काम सौंपेंगे तो अधिकार तो देंगे ही। आश्चर्य है कि इसके बारे में गलतफहमी पैदा की गई। आखिर किसने समझाया। बोधगया में महोबोधि मंदिर के पास कैसी घटना 2013 में घटी थी। किस तरह से वह बचा था। हमलोग तुरंत सुबह में जाकर एक-एक चीज को देखे। उसके बाद वहां की सुरक्षा के लिए बीएमपी को लगाया गया। दरभंगा एयरपोर्ट पर इन्हें कार्य सौंपा गया है।

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