चांद के दीदार के साथ रमजान का मुकद्दस महीना शुरू, आज से पहला रोजा 

नई दिल्‍ली
पूरे देश में रमजान का मुकद्दस महीना बुधवार (14 अप्रैल) से शुरू हो रहा है। रमजान का चांद मंगलवार को दिखा जिसके बाद मुस्लिम समाज ने अल्लाह की इबादत के लिए पूरी तैयारी कर ली है। बुधवार को पहला रोजा होगा और 12 मई को ये समाप्‍त होगा। रमजान के महीने का पहला 10 दिन रहमत का होता है। इन दिनों बंदों पर खास रहमो करम फरमाते हैं। आपको बता दें कि रमजान इस्‍लामी कैलेंडर का नौंवा महीना होता है। दुनिया भर में मुस्‍लिम समुदाय के लोग इस मौके पर पूरे महीने लोग सुबह से शाम तक उपवास करते हैं फिर इफतार के बाद खास तरह की नमाज अदा की जाती है। 

गौरतलब है कि इस बार कोरोना संकट के कारण पूरी दुनिया में रोजेदारों को घरों में ही इबादत करने की सलाह दी जा रही है। भारत में भी मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी ऐसी ही अपील की है। इतना ही नहीं केंद्र सकरार की तरफ से भी मुसलमानों को रमजान के वक्त भी कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने की अपील की गई है। जानिए रमजान के महीने में सेहरी और इफ्तार का समय वहीं मुस्‍लिम धर्मगुरुओं ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों और नाइट कर्फ्यू को देखते हुए ही पवित्र महीने में इबादत की जाए। उन्‍होंने अपील की है कि मस्जिद में 100 से ज्‍यादा लोग एकत्र न हों। 

मस्जिद में भी सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन किया जाए। इसके अलावा सेहरी में लाउडस्पीकर इस्तेमाल करने से बचें, सेहरी और इफ्तार में कोरोना के खात्मे की दुआ करें।  महीने भर के रोजे (उपवास) रखना रात में तरावीह की नमाज पढना कुरान तिलावत (पारायण) करना एतेकाफ बैठना, यानी गांव और लोगों की अभ्युन्नती व कल्याण के लिये अल्लाह से दुआ (प्रार्थना) करते हुवे मौन व्रत रखना जकात देना दान करना अल्लाह का धन्यवाद अदा करना। अल्लाह का धन्यवाद अदा करते हुए इस महीने के गुजरने के बाद शव्वाल की पहली तिथि को ईद उल-फ़ित्र मनाते हैं।
 

Back to top button