सीएम शिवराज सरकार ने दावा किया- 30 अप्रैल तक केंद्र सरकार से मिलेगी 700 MT ऑक्सीजन 

भोपाल
मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते आशंका है कि पॉजीटिव मरीजों का आंकड़ा जल्द ही एक लाख को छू जाएगा. ऐसे में मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सरकार ने दावा किया है कि 30 अप्रैल तक 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध होगी. सरकार का दावा है कि केंद्र सरकार से 20 अप्रैल तक 445 MT, 25 अप्रैल तक 565 MT, 30 अप्रैल तक 700 MT ऑक्सीजन मिलेगी। शिवराज सरकार का दावा है कि स्थानीय तौर पर भी ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है. इसके तहत जिलों में 293 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाए जा चुके हैं. ऑक्सीजन की इतनी मात्रा अप्रैल तक मरीजों के लिए पर्याप्त होगी. 
 
अस्पतालों में बढ़ रही बिस्तरों की संख्या सरकार ने प्रदेश में अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार का भी दावा किया है. प्रदेश में बिस्तरों की संख्या लगातार बढ़ रही है. सरकारी और निजी अस्पतालों में बिस्तरों की कुल संख्या बढ़कर 40 हजार 276 हो गई है. भोपाल में प्रशासन आकदमी में 150, हमीदिया अस्पताल में 300, चिरायु में 300 और एम्स में 500 बिस्तर की व्यवस्था की जा रही है. कल छतरपुर में 58 बिस्तर के नर्मदा-अपना हॉस्पिटल का शुभारम्भ हुआ. अब प्रदेश के 50 जिलों में कुल 109 कोविड केयर सेंटर स्थापित हो गए हैं, जिनमें वर्तमान में 6 हजार 153 बिस्तर उपलब्ध हैं. रेमडेसिविर की भी होगी भरपूर सप्लाई जानकारी के मुताबिक, अब तक 42 हजार इंजेक्शन की सरकारी सप्लाई आ चुकी है. आज 9 हजार 788 इंजेक्शन और आ रहे हैं. 50 हजार इंजेक्शंस की सप्लाई का आर्डर दिया गया है, जिसकी डिलेवरी अगले तीन दिन में होगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह फोन पर अफसरों से चर्चा कर जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए. 

मुख्यमंत्री ने अफसरों को प्रदेश में ऑक्सीजन इंजेक्शन और दूसरी सुविधाओं के लिए केंद्र सरकार के मंत्रियों से लगातार संपर्क करने और व्यवस्थाएं जुटाने को कहा है. कमलनाथ ने सरकार पर साधा निशाना मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट पर सरकार पर साधा निशाना साधा है. कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि कोरोना संक्रमण के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. अस्पतालों में बेड्स नहीं है, ऑक्सीजन नहीं है और इंजेक्शन नहीं हैं. उन्होंने सरकार से युद्ध स्तर पर गंभीर प्रयास करने की जरूरत बताई है. कमलनाथ ने कहा है कि यदि जरूरी कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों में हालात और भयावह हो सकते हैं.
 

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