रैली नहीं करने राहुल का फैसला दूसरी पार्टियों के लिए सीख – भूपेश

रायपुर
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के पश्चिम बंगाल में चुनावी रैली नहीं करने की घोषणा का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वागत किया है। मुख्यमंत्री ने मीडिया से चर्चा में कहा कि यह देश बुद्ध और गांधी का है। नेताओं को रोल माडल बनकर सामने आना होगा। राहुल गांधी का स्वागत होना चाहिए कि उन्होंने अपनी रैलियों को कोरोना के चलते स्थगित किया।

उन्होंने कहा कि एक भी नेता ने नहीं कहा कि मैं कोरोना के कारण मैं प्रचार नहीं करूंगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुंभ के लिए कहते है कि प्रतीकात्मक कर लीजिए और खुद बड़ी बड़ी रैलियां कर रहे हैं। कोरोना अब तो फैलना शुरू हुआ है तो ये कहां जाकर रुकेगा कह नहीं सकते। तीसरी लहर से पहले सभी को वैक्सीन लग जानी चाहिए। सीएम बघेल ने कहा कि अप्रैल की मृत्यु दर डरावनी है और संक्रमण दर की दूसरी लहर में बेहद तेज है। केंद्र सरकार पर निशाना साधाते हुए उन्होंने कहा कि हमारे देश में रेमडेसिविर की कमी है। वैक्सीन की कमी है। इसके बावजूद विदेश भेजी जा रही हैं। वैक्सीन निर्माण के लिए सिर्फ दो ही कंपनियां काफी नहीं, अन्य कंपनियों को भी वैक्सीन बनाने का अधिकार मिले। विदेशी वैक्सीन को जल्द से जल्द इस्तेमाल के लिए उपलब्ध करवाना चाहिए। बुजुर्गों के अलावा अब युवाओं को भी इस लहर से प्रभावित हो रहे हैं। हमें दूसरे देशों से भी सीख लेनी चाहिए।

सीएम बघेल ने कहा कि कई राज्यों में टेस्ट ही नहीं हो रहे है, जबकि हमारा फोकस टेस्टिंग पर पूरा है। हम रोजाना 53 हजार टेस्ट कर रहे हैं। टेस्ट से ही तो संक्रमितों का पता चलता है। टेस्ट से मौतों के आंकड़े नहीं छिपा पाएंगे। टेस्टिंग और वैक्सीनेशन बढ़ाना जरूरी है। बघेल ने वैक्सीन देने की उम्र सीमा घटाने की एक बार फिर से अपनी मांग दोहराई। आक्सीजन सिलेंडर में लग रही जीएसटी को कम किया जाना चाहिए। रेमडेसिविर के रेट में कमी आई है, लेकिन कोरोना की दूसरी दवाइयों में जीएसटी लग रहा है। कोरोना के इस संकटकालीन दौरान में केन्द्र सरकार को त्वरित निर्णय लेना चाहिए। 

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