आजादी के बाद ये सबसे खतरनाक हिंसा: गवर्नर जगदीप धनखड़

कोलकाता
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने विधानसभा चुनावों के नतीजों के बाद राज्य में हुए हिंसा पर नाराजगी जताई है। पश्चिम बंगाल के गवर्नर जगदीप धनखड़ ने कहा है कि वह कई पीड़ित परिवारों के हालत को देखकर कर हैरान हैं। जगदीप धनखड़ ने कहा, ''लोगों(पीड़ित) ने मुझसे कहा कि वे धर्म परिवर्तन के लिए भी तैयार हैं, लेकिन आश्वासन चाहते हैं कि क्या उसके बाद उनकी रक्षा की जाएगी। उनकी बातों ने मुझे तोड़ दिया। आजादी के बाद से चुनाव के बाद की यह सबसे खतरनाक हिंसा है क्योंकि लाखों लोग अपने घर छोड़कर भागने पर मजबूर हो गए हैं।'' 

गवर्नर जगदीप धनखड़ बोले, ''पीड़ितों ने मुझसे कहा कि अगर वे शिकायतकर्ता के रूप में पुलिस के पास जाते हैं, तो उन्हें पुलिस अपराधी बना देती है। और एक बार को वे पुलिस थाने से वापस आ गए तो सत्ताधारी दल (टीएमसी) उनका साथ नहीं छोड़ेगा…लोग पुलिस से डरते हैं और पुलिस सत्ता पक्ष से डरती है।'' जगदीप धनखड़ ने कहा कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के अत्याचारों को देखकर हैरानी हो रही है। लाखों परिवारों को बेघर कर दिया गया है। 

जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हिंसा पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया है। सीएम ममता को नंदीग्राम की महिलाओं और बच्चों की दर्द सुनाई नहीं देती? पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शनिवार को नंदीग्राम बाजार, टाउन क्लब, बंकिम मोड़, चिलाग्राम और केंदेमारी जैसे इलाकों में शरणार्थी शिविरों में रह रहे लोगों से मुलाकात की। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि हैरानी होती है कि क्या चुनाव परिणाण के बाद हुई हिंसा से प्रभावित पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम इलाके के शरणार्थी शिविरों में रह रही महिलाओं और बच्चों का दर्द सीएम ममता ने सुना है?
 

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