प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी के लिए 5200 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया

वाराणसी
 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तरप्रदेश के दौरे पर हैं और पीएम मोदी ने सिद्धार्थनगर और वाराणसी जिलों का दौरा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान उत्तरप्रदेश में 9 मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना का भी शुभारंभ करेंगे। सिद्धार्थनगर में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि 9 मेडिकल कॉलेजों के उद्घाटन के साथ ही पूर्वांचल को नया उपहार मिला है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों ने पूर्वांचल के विकास पर ध्यान नहीं दिया। पहले पूर्वांचल का छवि पिछड़े हुए इलाके में होती है। प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि योगीजी कम उम्र में ही सांसद बन गए थे और लगातार पूर्वांचल के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं। दिमागी बुखार से पीड़ित बच्चों के लिए योगीजी बीते कई सालों से काम कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य मिशन के जरिए देश में कई विकास कार्य हो रहे हैं।

देश में 7 साल में 60 हजार नई मेडिकल सीटे बढ़ीं: पीएम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'सही ही कहा जाता है- 'जाके पांव न फटी बिवाई, वो क्या जाने पीर पराई.' 2014 से पहले हमारे देश में मेडिकल की सीटें 90 हजार से भी कम थीं. बीते 7 वर्षों में देश में मेडिकल की 60 हजार नई सीटें जोड़ी गई हैं. यहां उत्तर प्रदेश में भी 2017 तक सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मेडिकल की सिर्फ 1900 सीटें थीं. जबकि डबल इंजन की सरकार में पिछले चार साल में ही 1900 सीटों से ज्यादा मेडिकल सीटों की बढ़ोतरी की गयी है.'

पीएम मोदी ने पिछली सरकारों पर साधा निशाना

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'क्या कभी किसी को याद है कि यूपी के इतिहास में कभी एक साथ इतने मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण हुआ हो? पहले ऐसा क्यों नहीं होता था और अब ऐसा क्यों हो रहा है, इसका एक ही कारण है- राजनीतिक इच्छाशक्ति और राजनीतिक प्राथमिकता. 7 साल पहले जो दिल्ली में सरकार थी और 4 साल पहले जो यहां यूपी में सरकार थी, वो पूर्वांचल में क्या करते थे? जो पहले सरकार में थे, वो वोट के लिए कहीं डिस्पेंसरी की, कहीं छोटे-मोटे अस्पताल की घोषणा करके बैठ जाते थे. सालों-साल तक या तो बिल्डिंग ही नहीं बनती थी, बिल्डिंग होती थी तो मशीनें नहीं होती थीं, दोनों हो गईं तो डॉक्टर और दूसरा स्टाफ नहीं होता था. ऊपर से गरीबों के हजारों करोड़ रुपए लूटने वाली भ्रष्टाचार की सायकिल चौबीसों घंटे अलग से चलती रहती थी.'

पीएम मोदी ने कहा, 'जिस पूर्वांचल की छवि पिछली सरकारों ने खराब कर दी थी, जिस पूर्वांचल को दिमागी बुखार से हुई दुखद मौतों की वजह से बदनाम कर दिया गया था, वही पूर्वांचल, वही उत्तर प्रदेश, पूर्वी भारत को सेहत का नया उजाला देने वाला है. यूपी के भाई-बहन भूल नहीं सकते कि कैसे योगी जी ने संसद में यूपी की बदहाल मेडिकल व्यवस्था की व्यथा सुनाई थी. योगी जी तब मुख्यमंत्री नहीं थे, सांसद थे. जब योगी आदित्यनाथ जी को जनता-जनार्दन ने सेवा का मौका दिया तो कैसे उन्होंने दिमागी बुखार को बढ़ने से रोक दिया, इस क्षेत्र के हजारों बच्चों का जीवन बचा लिया. सरकार जब संवेदनशील हो, गरीब का दर्द समझने के लिए मन में करुणा का भाव हो तो इसी तरह काम होता है.'

ढाई हजार नए बेड्स हुए तैयार: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, '9 नए मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से, करीब ढाई हजार नए बेड्स तैयार हुए हैं, 5 हजार से अधिक डॉक्टर और पैरामेडिक्स के लिए रोजगार के नए अवसर बने हैं. इसके साथ ही हर वर्ष सैकड़ों युवाओं के लिए मेडिकल की पढ़ाई का नया रास्ता खुला है. यूपी और पूर्वांचल में आस्था, अध्यात्म और सामाजिक जीवन से जुड़ी बहुत विस्तृत विरासत है. इस विरासत को स्वस्थ, सक्षम और समृद्ध उत्तर प्रदेश के भविष्य के साथ भी जोड़ा जा रहा है.'

5200 करोड़ रुपए की विकास योजनाओं का उद्घाटन

प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी के लिए 5200 करोड़ रुपए से अधिक की विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री आत्मानिर्भर स्वस्थ भारत योजना (PMASBY ) पूरे भारत में स्वास्थ्य देखभाल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए देश की सबसे बड़ी योजनाओं में से एक होगी।

जानिए PMASBY योजना की खासियत

PMASBY योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अतिरिक्त होगी। PMASBY का उद्देश्य शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में सार्वजनिक स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे, विशेष रूप से महत्वपूर्ण देखभाल सुविधाओं और प्राथमिक देखभाल में अंतराल को पाटना है। PMASBY योजना 10 विशेष रूप से पहचाने गए राज्यों में 17,788 ग्रामीण स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों को सपोर्ट देगी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास पर जोर देगी। इसके लिए सभी राज्यों में 11,024 शहरी स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्र स्थापित किए जाएंगे। पांच लाख से अधिक आबादी वाले देश के सभी जिलों में एक्सक्लूसिव क्रिटिकल केयर अस्पताल ब्लॉक के माध्यम से गहन देखभाल सेवाएं उपलब्ध होंगी, जबकि शेष जिलों को रेफरल सेवाओं के माध्यम से कवर किया जाएगा।

PMASBY के तहत विकसित की जाएगी आधारभूप स्वास्थ्य सुविधाएं

PMASBY योजना के तहत सभी जिलों में एकीकृत जन स्वास्थ्य प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी। PMASBY के तहत देश के विभिन्न क्षेत्रों में नेशनल इंस्टीट्यूशन ऑफ वन हेल्थ, 4 नए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, WHO दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र के लिए एक क्षेत्रीय अनुसंधान मंच, 9 जैव सुरक्षा स्तर III प्रयोगशालाएं और पांच नए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र स्थापित किए जाएंगे।

Back to top button