विनिर्माण गतिविधियां 10 महीने के शीर्ष पर पहुंची, लेकिन गाड़ियों की बिक्री में बड़ी गिरावट

नई दिल्ली

आईएचएस मार्केट इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) अक्तूबर में 55.9 से बढ़कर नवंबर में 57.6 हो गया, जो इस क्षेत्र की स्थिति में 10 महीनों में सबसे मजबूत सुधार का संकेत है। फरवरी के बाद से उत्पादन और बिक्री में सबसे तेज वृद्धि देखी गई है। नवंबर के आंकड़ों ने लगातार तीन महीनों की खराब स्थिति के बाद भर्ती की गतिविधि में सुधार के संभावित संकेतों की ओर इशारा किया। अक्तूबर महीने के पीएमआई आंकड़े ने लगातार पांचवें महीने समग्र परिचालन स्थितियों में सुधार की ओर इशारा किया था। गौरतलब है कि पीएमआई का 50 से ज्यादा रहना विस्तार और 50 से नीचे का आंकड़ा संकुचन दिखाता है। मैन्यूफैक्चरर्स का कहना है कि मांग मजबूत हो रही है।

बाजार की गतिविधियों में तेजी से सुधार
बाजार की स्थितियों में सुधार आ रहा है और मार्केटिंग सफल हो रही है। इससे नवंबर में सेल को सपोर्ट मिला है। फैक्ट्री ऑर्डर लगातार पांचवें महीने बढ़ा है और नवंबर की रफ्तार फरवरी के बाद सबसे अधिक रही है। आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि सेल में इस ग्रोथ के लिए घरेलू बाजार ही मुख्य स्रोत रहा है। नवंबर महीने में अक्तूबर की तुलना में निर्यात के नए ऑर्डर कम रहे हैं।

गाड़ियों की बिक्री में बड़ी गिरावट
कोरोना महामारी के बीच चिप संकट के कारण नवंबर महीने में गाड़ियों की बिक्री में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने बुधवार को बताया कि नवंबर में उसके वाहनों की कुल बिक्री नौ प्रतिशत घटकर 1,39,184 इकाई रह गई। वहीं, टाटा मोटर्स की नवंबर में कुल बिक्री पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 25 प्रतिशत बढ़कर 62,192 इकाई रही।

कंपनी ने नवंबर, 2020 में 49,650 वाहन बेचे थे। ह्युंडे मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) की नवंबर में कुल बिक्री 21 प्रतिशत घटकर 46,910 इकाई हो गई। महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) की नवंबर में कुल वाहन बिक्री छह प्रतिशत घटकर 40,102 इकाई रह गयी। कंपनी ने एक बयान में कहा कि नवंबर, 2020 में उसने 42,731 इकाइयां बेची थीं।

दोपहिया की बिक्री भी लुढ़की
नवंबर महीने में कार के साथ दोपहिया की बिक्री भी कम हुई। बजाज ऑटो ने बुधवार को बताया कि नवंबर, 2021 में उसकी कुल बिक्री 10 प्रतिशत घटकर 3,79,276 इकाई रह गई। वहीं, टीवीएस मोटर कंपनी की नवंबर 2021 में कुल बिक्री 15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,72,693 इकाई रही। वहीं, महिंद्रा एंड महिंद्रा लि. की नवंबर, 2021 में कुल ट्रैक्टर बिक्री 15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 27,681 इकाई रही।

ऑटो सेक्टर को 5 अरब डॉलर के नुकसान की आशंका
वाहन क्षेत्र के विशेषज्ञों का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में चिप संकट के कारण ऑटो सेक्टर को पांच अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है। गौरतलब है कि चिप की कमी के कारण अप्रैल में वित्तीय वर्ष की शुरुआत के बाद से, अक्तूबर के अंत तक वाहन निर्माताओं ने 300,000-350,000 इकाइयों का उत्पादन कम किया है। मारुति सुजुकी को इस वित्त वर्ष में अपने वार्षिक उत्पादन में लगभग 20% या 310,000 यूनिट कम होने का अनुमान है, जिसके परिणामस्वरूप 2.2 अरब डॉलर का राजस्व नुकसान हुआ है। सितंबर से अक्तूबर के दौरान त्योहारी सीजन में कार उद्योग का उत्पादन 25-40% नीचे था और सितंबर में उत्पादन 200,000 इकाई से नीचे चला गया था। हालांकि अक्तूबर में उत्पादन बढ़कर 250,000 इकाई हो गया। हालांकि, इसके बावजूदयह एक साल पहले के 340,000 इकाइयों के उत्पादन से काफी कम था।

नए साल में दमदार गाड़ियां उतारने की तैयारी
देश की ऑटो इंडस्ट्री 2021 में हुए नुकसान की भरपाई के लिए नए साल यानी 2022 में करीब दो दर्जन नई गाड़ियां भारतीय सड़कों पर उतारने की तैयारी में है। घरेलूब बाजार में अपना दबदबा कायम रखने के लिए दो हुंडई और मारुति सुजुकी अगले साल नई कारों की पूरी रेंज लेकर आएगी। हुंडई 2022 में 3 फेसलिफ्ट,दो नए मॉडल और एक नई क्रॉसओवर इलेक्ट्रिक कार को लॉन्च करेगी। मारुति भी ब्रेजा सहित करीब पांच नई गाड़ियां उतारने की तैयारी कर रही है। निसान, टाटा मोटर्स, महिंद्रा, किया, एमजी जैसी कंपनियां भी अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए नई मॉडल उतारेगी।

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