अफसरशाहीके चलते 2 करोड़ से ज्यादा को आयुष्मान का इंतजार

भोपाल
राज्य कोरोना महामारी के दौर से गुजर रहा है वहीं  अफसरशाहीके चलते अब तक प्रदेश के 2 करोड़ 11 लाख 74 हजार 476 पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाए हैं।  पूरा प्रदेश इस समय कोरोना महामारी के दौर से गुजर रहा है और प्रदेश के 2 करोड़ 11 लाख 74 हजार 476 पात्र लोगो के आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाए है। अफसरों की अरुचि के चलते ये कार्ड नहीं बन पा रहे है और पात्र होने के बाद भी हितग्राही इस योजना के लाभ से वंचित है। आयुष्मान कार्ड धारक हितग्राहियों का अस्पतालों में पांच लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त होता है। पात्र हितग्राहियों को इस योजना का लाभ देने के लिए आयुष्मान आपके द्वार अभियान चलाया जा रहा है।  

पूरे प्रदेश में आयुष्मान कार्ड के लिए 4 करोड़ 70 लाख 19 हजार 164 हितग्राहियों को पात्र पाया गया है। इन सभी के आयुष्मान कार्ड बनाए जाने है। अब तक प्रदेश भर में केवल 55 फीसदी अर्थात 2 करोड़ 58 लााख 44 हजार 688 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए थे। अभियान के दौरान केवल 28 हजार 52 कार्ड ही बन पाए है शेष कार्ड पहले से बने हुए है।

कोरोना का इलाज भी आयुष्मान कार्ड से
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए है कि कोरोना का भी इलाज आयुष्मान कार्ड से किया जाए। यह कार्ड निजी और सरकारी दोनो ही प्रकार के अस्पतालों में मान्य है इसलिए अब ज्यादातर लोग यह कार्ड बनवा रहे है।

धार के रोजगार सहायक का काम सबसे बेहतर
धार जिले के रोजगार सहायक ने प्रदेश में सबसे बेहतर काम किया है यहां एक लाख 9 हजार 141 आयुष्मान कार्ड बन चुके है। शिवपुरी में 35 हजार 327, खरगौन में 32 हजार 938, बड़वानी में 31 हजार 548 और झाबुआ में 28 हजार 13 कार्ड बन चुके है।

काम नहीं कर रहे रोजगार सहायक
आयुष्मान कार्ड बनाने की जिम्मेदारी जिले में रोजगार सहायकों को दी गई है। लेकिन रोजगार सहायक इसमें पर्याप्त रुचि ही नहीं ले रहे ळै। भिंड, मंडला और मंदसौर जिलों में अभी तक ग्राम रोजगार सहायक  की आयुष्मान आईडी बनाए जाने के लिए सूची ही नहीं दी गई है।

नीमच, राजगढ़ में एक भी नहीं बना
रोजगार सहायकों ने अब तक 5 लाख 3 हजार 496 आयुष्मान कार्ड बनाए है।  नीमच और राजगढ़ जिले में अब तक एक भी आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाया है।  वहीं रीवा में 11 विदिशा में 14 और बुरहानपुर में 57 कार्ड बने है।

पूरे प्रदेश में निवाड़ी सबसे पीछे
पूरे प्रदेश मेें आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में निवाड़ी जिला सबसे पीछे है यहां 1 लाख 82 हजार 723 पात्र हितग्राही है उनमें से केवल पांच के आयुष्मान कार्ड बनाए गए है। डिंडौरी में 2 लाख 37 हजार 665 लोगों के कार्ड बनने है लेकिन अभी तक केवल 41 के ही कार्ड बन पाए है। अशोकनगर में 2 लाख 30 हजार 210 पात्र लोगों में से केवल 59 के और अनूपपुर में 3 लाख 14 हजार 210 में से केवल 69 के कार्ड बने है। पन्ना जिले में 4 लाख 12 हजार 202 लोगों के आयुष्मान कार्ड बनने है और अभी तक केवल 86 लोगों के कार्ड ही बन पाए है।

 

 

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