प्रर्दशन गेंहू का मिली भगत से गबन करने का आरोप

जांजगीर
कृषि विभाग द्वारा किसानों को गेहूं की फसल के प्रदर्शन लिए पर बीज उपलब्ध कराया गया है।लगभग 17 हेक्टेयर यानी लगभग 42 एकड़ खेत पर गेहूं की प्रदर्शन के लिए बीज दिया गया । लेकिन जमीनी स्तर पर कही भी ग्राम ठठारी में गेहूं की प्रदर्शन नही लगाया गया है। एसडीओ तथा ग्राम सेवक ने मिलकर इस प्रर्दशन गेंहू का वारान्यारा कर दिया।

17 हेक्टेयर में गेहूं की प्रदर्शन लगाये जाने की जानकारी दी गयी है लेकिन कितने किसानों के खेतो मे कितने एकड पर इसे लगाया गया है इसकी  सूची ग्राम सेवक के पास उपलब्ध नही है । अब ग्राम सेवक अपनी करतूत को छुपाने के लिये किसानो के पास दौड लगा रहे है ताकि  उनसे साठगांठ कर मामले को रफा-दफा किया जा सके।ग्राम सेवक कागजी सबूत तो जमा कर सकते है  लेकिन वो 42 एकड खेत कहा से दिखाएगे जिस पर पर गेहूं का प्रर्दशन किया जाना था।

जैजैपुर में लगभग 103 गांव है जिसमे 21 ग्राम सेवक पदस्थ है और गेहूं की प्रदर्शन ग्राम ठठारी में ही लगाया गया है ।जानकारी के अनुसार आज पर्यंत तक कभी भी ग्राम ठठारी,खम्हरिया में प्रदर्शन के लिए सामने नही आया था लेकिन उपसंचालक कृषि एवं सहायक उप संचालक कृषि और ग्राम सेवक की तिकडी ने मिलकर लाखों रुपए की गेंहू प्रदर्शन के नाम पर अफरा तफरी कर गेंहू को बेचने का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के मुताबिक विकासखंड की 78 पंचायतों में किसानों को 17 हेक्टेयर में गेंहू प्रदर्शन के लिए बीज दिया जाना था लेकिन इसमें गेहूं ग्राम सेवक ने एक ही गांव में गेहूं की बीज को प्रर्दशन का दावा कर रहे है  यह जांच की विषय है ।

उप संचालक कृषि कार्यवाही करने का खोखला दावा
गेहूं की प्रदर्शन में संबंधित अधिकारी की मिलीभगत से लाखों रुपये की गेंहू कागजो में है जमीनी स्तर पर देखने को नही मिल रहा। यह हाल एक ब्लाक का है तो शेष 9 ब्लाक की कहानी बया करने की जरूरत नही। यह तो गेंहू के प्रदर्शन की बात है किसानों के लिए अनेको योजनाए सरकार द्वारा संचालित की जाती है जिसका लाभ बड़े बड़े किसानों को मिल जाता है छोटे किसान को खदेड़ दिया जाता है।

जिले के अधिकारी कर्मचारी दहशत में आये और मौके पर जांच करने की दावा करते हुए ग्राम ठठारी पहुच गए लेकिन कही गेंहू की फसल नजर नही आयी तो विशेष सूत्रों से जानकारी प्राप्त हुआ कि 50 प्रतिशत अनुदान के गेंहू फसल को किसानों से साठगाठ कर दोनों एसडीओ में प्रदर्शन बताकर जांच करा दी। लेकिन वास्तविकता जिले के अधिकारी को क्या पता जो आरईओ जमीनी स्तर में बता दे तो सही मान लेते है। लेकिन बात 42 एकड़ में गेहूं प्रदर्शन की है अगर 42 एकड़ गेंहू की फसल नही है तो फिर गेहू गया कहा ।

ठठारी ग्राम सेवक हमेशा ड्यूटी से रहते नदारत
अब तक जो जानकारी मिली है उसके अनुसार ग्राम सेवक की पत्नी जशपुर जिले में नौकरी करती है इसके चलते ग्राम सेवक आधिकाश समय अपनी ड्यूटी से गायब रहते है। ग्रामीणो का कहना है कि माह मे केवल दस दिन ही ग्राम सेवक उपस्थित रहते है ।

अन्य अनुभाग के अधिकारी से जांच करने की माँग
मामले की सत्यतता का पता करना है तो बेहतर है कि जिले के  ही दिगर अनुविभाग अधिकारी से जांच कराया जाये ताकि वास्तविक में सही जांच हो सके । यदि यही के आधिकारी जाच करते है निष्पक्ष जाच होगी इसमे संदेह है।

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