हम भी शक्ल दिखाने लायक नहीं होंगे, BJP नेता जितिन प्रसाद जानिए वोटर्स से ऐसा क्यों बोले

लखनऊ
पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्‍वाइन करने के बाद योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए जितिन प्रसाद इन दिनों चुनाव प्रचार में जुटे हैं। इसी क्रम में वह शाहजहांपुर के ददरौल विधानसभा क्षेत्र पहुंचे जहां उन्‍होंने भाजपा उम्‍मीदवार मानवेन्‍द्र सिंह को जिताने की अपील की। यहां मानवेंद के समर्थन में वोट मांगने के जितिन के तरीके की काफी चर्चा हो रही है। उन्‍होंने कहा कि मैं विनती करने आया हूं कि इन्‍हें रिकार्ड मतों जिताइए और सभी को संदेश दीजिए…वरना लोग कहेंगे कि जितिन प्रसाद के आने से फायदा क्‍या हुआ? जितिन प्रसाद ने कहा कि मानवेंद्र सिंह जितेंगे तो हमारा भी सम्‍मान होगा। वरना हम भी शक्‍ल दिखाने लायक नहीं होंगे। हमें नहीं चाहिए ऐसा पद कि मैं नेतृत्‍व के सामने उसका असर न दिखा पाऊं। जितिन प्रसाद ने कहा कि मुझे जो कुछ भी मिला है आपके दम पर मिला है। आपके विश्‍वास पर ही आगे बढ़ रहा हूं। लामबंद हो जाइए। कोई आए या न आए। पूछे या न पूछे। छोडि़ए अपने निजी स्‍वार्थों की बात। बड़े लक्ष्‍य की ओर आगे बढ़िए। गौरतलब है कि जितिन प्रसाद को यूपी की ब्राह्मण राजनीति का बड़ा चेहरा माना जाता है। वह कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता रहे स्‍व.जितेन्‍द्र प्रसाद के पुत्र हैं। जितिन प्रसाद धौरहरा लोक सभा सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं। वह यूपीए की मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।  वह भी पहले कांग्रेस में थे। लेकिन पिछले साल जून महीने में भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने उन्‍हें योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। कहा जाता है कि भाजपा को यूपी के चुनाव में एक तेज-तर्रार ब्राह्मण चेहरे को आगे रखने की जरूरत थी। इसी रणनीति के तहत उन्‍हें सरकार में बड़ी जिम्‍मेदारी दी गई और अब वह यूपी चुनाव में उसका असर साबित करने के लिए पूरी जद्दोजहद कर रहे हैं। बताया जा रहा है जितिन प्रसाद को यूपी चुनाव में शाहजहांपुर और आस-पास के जिलों में सीटें जिताने की जिम्मेदारी दी गई है।

विपक्षी पार्टियों की काट बन पाएंगे जितिन प्रसाद?
यूपी चुनाव में बीजेपी ने जितिन प्रसाद को उन विपक्षी दलों की काट के तौर पर खड़ा किया है जो योगी सरकार में कथित 'अत्‍याचार' का आरोप लगाते हुए ब्राह्मणों को अपने पाले में करने की लगातार कोशिश में जुटी हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों बसपा और समाजवादी पार्टी ने अलग-अलग नामों से सम्‍मेलन कर संदेश देने की कोशिश की थी। भाजपा की ओर से विपक्ष को जवाब देने का मोर्चा पहले उप मुख्‍यमंत्री दिनेश शर्मा, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा और कानून मंत्री बृजेश पाठक सम्‍भालते थे। अब इसमें जितिन प्रसाद का नाम भी जुड़ गया है। ददरौल में जितिन के भाषण से स्‍पष्‍ट है कि उनके सामने इस चुनाव में अपना असर साबित करने की चुनौती भी है।

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