BU की लचर व्यवस्था पर राजभवन सख्त, प्रोफेसर सेवाएं की जाएंगी बर्खास्त

भोपाल
राजभवन को मजूबरन बीयू को एक्शन लेने के लिये अपनी शक्तियों का उपयोग करना पड़ रहा है। इस बीच यहां कुछ साल पहले हुई नियुक्तियां समाप्त की जाएंगी। वहीं बीयू में मेडिकल और एग्रीकल्चर के कालेज खोलने कार्यपरिषद की बैठक में प्रस्ताव रखे जाएंगे।

बरकतउल्ला विवि की प्रशासनिक व्यवस्थाएं चरपट हो चली हैं। कुलपति आरजे राव और रजिस्ट्रार आईके मंसूरी किसी भी प्रकरण में एक्शन ही लेना नहीं चाहते हैं। इसलिये राजभवन को मजूबरन बीयू को एक्शन लेने के लिये अपनी शक्तियों का उपयोग करना पड़ रहा है। इससे कुछ साल पहले हुई नियुक्तियां समाप्त की जाएंगी। वहीं बीयू में मेडिकल और एग्रीकल्चर के कॉलेज खोलने कार्यपरिषद की बैठक में प्रस्ताव रखे जाएंगे।

बीयू के रजिस्ट्रार और कुलपति अपनी गलतियों को छिपाने के लिये शासन और राजभवन को गुमराह करते रहते हैं। इसलिये राजभवन ने पत्र भेजकर कुलपति और रजिस्ट्रार को एक्शन लेते हुये कार्रवाई करने को कहा है। इसलिये बीयू ने नौ फरवरी को कार्यपरिषद की बैठक रखते हुये कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। राजभवन ने बीयू को पत्र भेजकर पूर्व अभय कुमार गोहिल की जांच रिपोर्ट के तहत कार्रवाई करने के लिये आदेशित किया है। इसमें छह साल पहले तत्कालीन कुलपति मुरलीधर तिवारी द्वारा की गई प्रोफेसर अच्छेलाल की सेवाएं समाप्त करने को कहा गया है।

भर्ती के दौरान दस्तावेजों की छानबीन करने वाली कमेटी के अध्यक्ष और सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई, तत्कालीन रजिस्ट्रार के खिलाफ कार्रवाई, बीयू में नियुक्त सहायक निदेशक अरविंद्र कुमार को तीन एंक्रीमेंट देने वाले रजिस्ट्रार के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है।
 
राजभवन के पत्र
राजभवन के पत्र पर ईसी सदस्य नौ फरवरी की बैठक में अपने मत देते हुये कार्रवाई करने के लिये कुलपति आरजे राव को निर्देशित करेंगे।

कोर्ट में अपना जवाब प्रस्तुत करे बीयू
नियुक्ति के संबंध में हाईकोर्ट प्रकरण विचारणीय बना हुआ है। राजभवन ने बीयू को पत्र द्वारा आदेशित किया है कि बीयू हाईकोर्ट में नियुक्ति के संबंध में जवाब प्रस्तुत करें। इससे हाईकोर्ट जल्द नियुक्तियों के संबंध में फैसले दे पाएगा। यहां तक गलत नियुक्तियों पर बीयू कार्रवाई कर पाएगा।

दो कॉलेज खोलने पर की जाएगी चर्चा
उच्च शिक्षा मंत्री ने प्रदेश के सभी विवि में मेडिकल और एग्रीकल्चर कालेज खोलने के लिये निर्देशित किया है। इसलिये बीयू भी अपने परिसर में अन्य विभागों की तरह मेडिकल और एग्रीकल्चर कालेज को स्थापित करने ईसी में प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करेगा। ईसी सदस्यों की मंजूरी मिलने के बाद दोनों कालेजों को तैयार किया जाएगा। बैठक में बीयू का वार्षिक प्रतिवेदन भी प्रस्तुत किया जाएगा, जो मार्च में होने वाली विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सभी सदस्यों को दिये जाएंगे।

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