लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों के बोझ से दबे भारत में खाने के पैकेट बंद सामान पर होगी हेल्थ स्टार रेटिंग

नई दिल्ली।

आने वाले दिनों में खाने के पैकेट बंद सामान के लिए हेल्थ स्टार रेटिंग प्रणाली लागू की जा सकती है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण एफएसएसएआई के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी है।लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों के बोझ से दबे भारत में रेटिंग प्रणाली को लागू बड़ा कदम होगा। इसका मकसद उपभोक्ताओं को स्वस्थ खाने के प्रति जागरूक करना है। यह हेल्थ स्टार रेटिंग पैकेट बंद खाने में शामिल नमक, चीनी और वसा की मात्रा के आधार पर दी जाएगी। साथ ही यह पैकेट के सामने के हिस्से पर प्रकाशित होगी।दरअसल, एफएसएसएआई फ्रंट ऑफ पैकेजिंग लेबलिंग (एफओपीएल) को लेकर नई पॉलिसी बना रहा है।
 

भारतीय प्रबंधन संस्थान, अहमदाबाद (आईआईएम-ए) की पैकेट बंद और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों पर सामने के हिस्से में प्रकाशन के प्रभाव से जुड़ी रिपोर्ट के आधार पर यह कदम उठाया जा रहा है। इसी रिपोर्ट के आधार पर हेल्थ स्टार रेटिंग को भारतीयों के लिए स्वास्थ्यवर्धक पैकेटबंद खाने के चयन करने के लिए सबसे उपयुक्त माना जा रहा है। अभी ब्रिटेन, चिली, मैक्सिको, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में पैकेट बंद खाने के लिए हेल्थ स्टार रेटिंग प्रणाली लागू है।

आईआईएम ने सर्वे के आधार पर तैयार की रिपोर्ट

एफएसएसएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अरुण सिंघल ने बताया कि आईआईएम अहमदाबाद ने नई एफओपीएल पॉलिसी के लिए 20 हजार लोगों पर किए सर्वे के आधार पर हेल्थ स्टार रेटिंग से जुड़ी सिफारिशें दी हैं। किसी भी देश में इस प्रकार का इतना बड़ा सर्वे नहीं हुआ है। सिंघल ने कहा कि एफओपीएल समाज में परिवर्तनकारी सुधार लाएगा। साथ ही पौष्टिक भोजन को लेकर प्रोत्साहित करेगा। इससे देश में गैर-संचारी रोगों (एनसीडी) का बोझ भी कम होगा।

उद्योग संगठनों से मांगी प्रतिक्रिया

आईआईएम अहमदाबाद की रिपोर्ट के बाद हेल्थ स्टार रेटिंग को लेकर एफएसएसएआईने उद्योग संगठनों से प्रतिक्रिया मांगी है। इनका वैज्ञानिक पैनल के जरिए मूल्यांकन कराया जाएगा। ताकि हेल्थ स्टार रेटिंग मॉडल को सरकार की ओर से तैयार किए जा रहे मसौदा विनियमन में शामिल किया जा सके।

दूध और डेरी उत्पाद नहीं होंगे शामिल

एफएसएसएआई ने प्रस्तावित एफओपीएल से दूध और डेरी उत्पादों को बाहर रखा है। 2019 में नोटिफाई किए गए एफएसएसएआई ड्राफ्ट में दूध और डेरी उत्पादों को शामिल किया गया था। तब वैज्ञानिक पैनल ने एफओपीएल को 2023 से स्वैच्छिक रूप से लागू करने और आवश्यक बनाने के लिए उद्योगों को चार वर्ष का समय देने की सिफारिश की थी।

ऑनलाइन मिलेगी रेटिंग

सिंघल ने बताया कि हम पैकेट बंद खाने की 100 मिलीग्राम मात्रा में मौजूद पोषण संबंधी जानकारी का विश्लेषण करेंगे। एफएसएसएआई के लाइसेंसिंग आवेदन पोर्टल पर नया मॉड्यूल लागू किया जाएगा जो खाद्य उत्पादों के लिए हेल्थ स्टार रेटिंग प्रमाणपत्र जारी करेगा। उत्पादों को इस पोर्टल पर अपने उत्पाद की जानकारी देनी होगी। विश्लेषण के आधार पर संबंधित पैकेट बाद खाद्य पदार्थ के लिए प्रमाणपत्र जारी किा जाएगा। एफएसएसएआई की ओर से दी जाने वाली रेटिंग उत्पाद की तथ्यात्मक जानकारी के आधार पर होगी।

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