जबलपुर में वीड उन्मूलन की कवायद, खरपतवार कंट्रोल करने पहला टेक्नालॉजी पार्क तैयार

जबलपुर
किसानों की फसल को चौपट करने वाले खरपतवारों के कंट्रोल के लिए मध्य प्रदेश में पहला टेक्नालॉजी पार्क जबलपुर के खरपतवार अनुसंधान निदेशालय के कैंपस में तैयार किया गया है। इस पार्क में किसानों को न सिर्फ उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले खरपतवारों बल्कि जल में उगने वाले जलीय खरपतवारों के बारे में जानकारी देकर यह भी बताया जाएगा कि वे इसे अपने खेतों, तालाबों पर वैज्ञानिक तकनीक का प्रयोग कर कैसे कंट्रोल कर सकते हैं।

5 एकड़ में फैला है पार्क
बताते हैं, कि यह टेक्नालॉजी पार्क कैंपस के अंदर 5 एकड़ में तैयार किया गया है। इस पार्क में सीजन के मुताबिक फसलों को लगाया गया है, साथ ही उनके साथ खरपतवारों के नियंत्रण के बाद अपनाई गई वैज्ञानिक पद्धति के बाद क्या लाभ हैं, इसे भी डेमोस्ट्रेट किया गया है। पार्क में आने वाले किसानों को फार्म जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

जलीय खरपतवारों के लिए जैविक नियंत्रण
वैज्ञानिकों ने बताया, कि जल में होने वाले खरपतवारों के नियंत्रण के लिए जैविक पद्धति से काम किया जा रहा है, ताकि जल में रहने वाले जलीय जीवों को बिना नुकसान पहुंचाए खरपतवार को खत्म किया जा सके।

डीडीजी पहुंचे पार्क देखने
प्रदेश के पहले टेक्नालॉजी पार्क को देखने के लिए भारतीय अनुसंधान कृषि परिषद (आईसीएआर) के डीडीजी डॉ. सुरेश कुमार चौधरी पहुंचे। भ्रमण के बाद उन्होंने वीड कंट्रोल प्रोग्राम को लेकर किए जा रहे वैज्ञानिकों के प्रयास पर संतोष जाहिर किया।

इनका कहना
जमीन, खेतों व जल में होने वाले खरपतवारों (वीड) के उन्मूलन को लेकर हम पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं। किसानों के लिए इन खरपतवारों के नियंत्रण के लिए नई तकनीकों की जानकारी एक ही स्थान पर मिले इसके लिए अनुसंधान कैंपस में ही टेक्नालॉजी पार्क तैयार कर किसानों के लिए खोल दिया गया है। निश्चित ही किसान इन तकनीकों से वीड कंट्रोल के साथ उत्पादन बढ़ा सकेंगे।
डॉ. जेएस मिश्र, निदेशक खरपतवार अनुसंधान निदेशालय

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