कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल को खरीदने में 14 खरीदार ने रुचि दिखाई

नई दिल्ली

अडानी फिनजर्व (Adani Finserve), केकेआर (KKR), पीरामल फाइनेंस (Piramal Finance) और पूनावाला फाइनेंस (Poonawala Finance) सहित 14 प्रमुख कंपनियों ने कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (Reliance Capital Limited) के अधिग्रहण में रुचि दिखाई है. रिलायंस कैपिटल लिमिटेड अनिल अंबानी की प्रमोटेड कंपनी है. 

इस दिन तक जमा कर सकते हैं बोली

आरबीआई द्वारा नियुक्त प्रशासक ने अनिल अंबानी की कंपनी के अधिग्रहण के लिए 11 मार्च की तारीख की थी. बाद में इस समयसीमा को बढ़ाकर 25 मार्च कर दिया गया.

RBI ने पिछले साल की थी ये कार्रवाई

भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल 29 नवंबर को पेमेंट डिफॉल्ट और गवर्नेंस से जुड़े गंभीर मुद्दों को देखते हुए रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (RCL) के बोर्ड को सुपरसीड कर दिया था. Reliance Capital तीसरी सबसे बड़ी नॉन-बैकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है, जिसके खिलाफ केंद्रीय बैंक ने बैंकरप्सी प्रोसिडिंग शुरू की है. इससे पहले आरबीआई ने Srei Group NBFC और दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन (DHFL) के खिलाफ कार्रवाई की थी.

इच्छुक कंपनियों ने मांगा था अधिक समय

न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि रिलायंस कैपिटल के लिए बोली लगाने के इच्छुक कुछ Bidders के आग्रह पर डेडलाइन बढ़ाई गई है. इन Bidders ने EOIs जमा करने के लिए अधिक समय मांगा था.

रिपोर्ट के मुताबिक, 11 मार्च तक रिलायंस कैपिटल के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) जमा करने वाली कंपनियों में ArpWood, Varde Partners, Nippon Life, JC Flowers, Brookfield, Oaktree, Apollo Global, Blackstone और Hero Fincorp शामिल हैं.

EOIs जमा करने वाले अधिकतर बोलीदाताओं ने पूरी कंपनी के लिए Bid जमा किए हैं. बोलीदाताओं के पास दो विकल्प हैं. वे चाहें तो पूरी RCL के लिए बोली लगा सकते हैं या NBFC कंपनियों में से एक सब्सिडियरी के लिए ऐसा कर सकते हैं.

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