बोर्ड का नया फॉर्मूला 5वीं-8वीं के छात्रों को परीक्षा में 33% अंक लाना जरूरी

इंदौर
 एक अप्रैल से शुरू होने वाली 5वीं-8वीं की परीक्षा में इस बार नया फॉर्मूला लागू किया जा रहा है। दरअसल, जो बच्चे 33 प्रतिशत अंक नहीं ला पाएंगे, उन्हें दोबारा परीक्षा देनी होगी। दो साल बाद ऑफलाइन होने वाली परीक्षाएं 9 अप्रैल तक चलेंगी। इस बार परीक्षाएं बोर्ड की न होकर बोर्ड पैटर्न की कहलाएंगी। सुबह 9 से लेकर 11.30 बजे तक पेपर चलेंगे। 26 मार्च से रोल नंबर मिलेंगे। वहीं 22 अप्रैल तक रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। डीपीसी अक्षय सिंह राठौड़ ने बताया, राज्य शिक्षा केंद्र ने टाइम टेबल जारी कर दिया है। ब्लाॅक स्तर पर मूल्यांकन केंद्र बनाए जाएंगे। सरकारी स्कूलों की काॅपियां दूसरे स्कूलों में जांची जाएंगी। 10वीं-12वीं की तर्ज पर छात्रों को मिले नंबर ऑनलाइन ही दर्ज किए जाएंगे। मार्कशीट भी पोर्टल पर ही ऑनलाइन आएगी। स्कूलों से छात्रों को प्रिंट निकालकर दिया जाएगा। निजी स्कूल की काॅपियां उनके स्कूल में ही जांचने के निर्देश हैं। बोर्ड पैटर्न से हो रही परीक्षा में शामिल होने वाले सभी बच्चों की ग्रेडिंग तय की गई है। 33 प्रतिशत से कम अंक लाने वाले छात्रों के लिए अतिरिक्त क्लास लगाई जाएगी। इसके बाद बच्चों की फिर से परीक्षा ली जाएगी। 28 हजार से अधिक छात्र परीक्षा देंगे। छात्र और पालक मानकर चल रहे थे कि परीक्षा होने के बाद फेल नहीं किया जाएगा। एक ओर कोरोनाकाल में छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है वहीं दूसरी ओर राज्य शिक्षा केंद्र के इस नए फॉर्मूले के कारण छात्रों और अभिभावकों को नए सिरे पढ़ाई को लेकर सोचना होगा। शिक्षक छात्रों को नए नियम के तहत ही पढ़ाई की तैयारी करवा रहे हैं।

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