ग्रेसिम इंडस्ट्रीज को मिला वाटर सस्टेनेबिलिटी पुरस्कार

इंदौर
 प्रदेश की प्रमुख औद्योगिक इकाई ग्रेसिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड की एसएफडी नागदा यूनिट को पहला टेरी-इवा-यूएनडीपी वॉटर सस्टेनबिलिटी अवॉर्ड 2021-2022 से पुरस्कृत किया गया है। ग्रेसिम यूनिट को यह पुरस्कार 'वॉटर फ़ॉर ऑल' श्रेणी में प्रदान किया गया है। गांवों में जल संरक्षण के प्रयास से कृषि भूमि बढ़ाने और सरकार के साथ मिलकर गांवों में पेयजल उपलब्धता में भागीदारी के लिए ग्रेसिम को अवार्ड के लिए चुना गया।

ग्रेसिम एसएफडी नागदा के यूनिट हेड के. सुरेश एवं सीएसआर हेड सतीश भुवीर ग्रेसिम को यह पुरस्कार सचिव लोकपाल व पूर्व अतरिक्त सचिव जल जीवन मिशन व शोको नोडा, भारत मे यूएनडीपी रेसिडेंट प्रतिनिधि ने दिया। उल्लेखनीय है कि सामुदायिक सेवा की प्रतिबद्धता के अंतर्गत सीएसआर गतिविधियों के तहत ग्रेसिम में जल संरक्षण का अहम कार्य किया। इसके तहत सामाजिक-आर्थिक विकास करने एवं ग्रामीण समुदायों के जीवन स्तर में सकारात्मक परिवर्तन के लिहाज से सीएसआर प्लान तैयार किया गया। इसमें पानी को भी अहम अवयव माना गया और ग्रेसिम नागदा ने चंबल नदी पर चार बड़े बांधों का निर्माण किया।

साथ ही जल संरक्षण के लिए दो तालाबों का भी निर्माण किया ताकि आवश्यकता के अनुसार पानी की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जा सके। इसके अतिरिक्त 1,070 एमएलडी जल संग्रहन क्षमता के चार चैक डैम का भी निर्माण किया गया। प्रदेश के विभिन्न गांवों में पोखर का निर्माण किया गया। जल प्रबंधन के प्रयासों में उक्त सभी तरीकों के साथ ही वर्षा जल का संग्रहण भी एक महत्वपूर्ण प्रयास रहा। इससे कृषि भूमि के विस्तार के साथ ही कृषि उत्पादकता को भी इस प्रयास ने बहुत बढ़ाया।

वर्तमान में करीब 5,148 हेक्टेयर जमीन इसी पानी द्वारा सिंचित है। पानी की बढ़ी हुई उपलब्धता ने करीब 9,000 परिवारों को वर्ष की तीन फसल पाने में सहायता प्रदान की। बीते वर्षों में सीएसआर के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, दीर्घकालिक आजीविका इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट व महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों पर केंद्रित कई अभियान चलाए जा चुके थे। ग्रेसिम द्वारा नागदा में, वर्तमान में 55 गांवों में सीएसआर संचालित सामाजिक अभियान जारी हैं, जिनमे से 16 को मॉडल विलेज के रूप में चयनित किया गया है। इसका लक्ष्य विभिन्न विकास कार्यों के एकीकृत कार्यान्वयन के जरिए समग्र विकास करना है।

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