योग का अभ्यास कर ठीक करें पैरों में उभरी नीली नसें

वैरिकाज वेन्स हरी उभरी हुई नसें होती है। यह आमतौर पर पैरों में ज्यादा नजर आती है। वैसे तो, बुढ़ापे में यह समस्या बहुत आम है। लेकिन ज्यादातर वैरिकाज वेन्स उन लोगों में होता है, जो ज्यादा चलते या खड़े रहते हैं। शुरुआती दिनों में यह ज्यादा दर्दनाक नहीं होता है। लेकिन यदि आप इसे ज्यादा दिनों तक नजरअंदाज करते हैं, तो यह समस्या गंभीर हो सकती है।

सर्टिफाइड योग ट्रेनर पवित्रा देवाडिगा बताती हैं कि वैरिकाज वेन्स को नेचुरल तरीके से घर पर ही ठीक किया जा सकता है। उत्तानपादासन योगासन एक बेहतरीन तरीका है इस परेशानी से राहत पाने का। इसे आप जितना ज्यादा करते हैं, उतने ही जल्दी नसें अपनी नॉर्मल स्थिति में वापस आती हैं।

​क्यों होता है वैरिकाज वेन्स?
बॉडी में खून की नालियों में दबाओं के कारण नसें फूली और उभरी हुई दिखाई देने लगती है। यह बॉडी के किसी एक हिस्से पर ज्यादा प्रेशर, मोटापा, या प्रेगनेंसी से बढ़े वजन का नतीजा हो सकता है।

​वैरिकोज वेन्स के लक्षण
दर्द, भारी और असहज पैर
सूजे हुए पैर और टखने
पैरों में जलन
पैरों की मांसपेशियों में ऐंठन, विशेष रूप से रात में
प्रभावित नस के ऊपर सूखी, खुजलीदार और पतली त्वचा
​उत्तानपादासन से करें वैरिकोज वेन्स ठीक

कैसे करें अभ्यास
हाथों का सहारा लेकर योगासन पर सीधे लेट जाएं
दोनों पैरों को सीधा और दोनों हाथों को शरीर से सटाकर रखें
दाएं पैर को जितना हो सके ऊपर उठाएं और 5-6 सांसों की गिनती तक इसी मुद्रा में रहें
सेम प्रैक्टिस दूसरे पैर के साथ दोहराएं
यदि आपको पैरों को ऊपर उठाने में परेशानी हो रही है तो हाथो से पैर को पकड़े रखें
जैसे ही आप ऐसा करने में सहज हो जाते हैं दोनों पैरों को एक साथ उठाना शुरू करें
आप इस आसन को दीवार के सहारे से भी कर सकते हैं

​इन समस्याओं में भी उत्तानपादासन है फायदेमंद
एसिडिटी, अपच और कब्ज जैसे पेट के विकार को दूर करता है
पीठ और कूल्हे और जांघ की मांसपेशियों को मजबूत करता है
कमर दर्द से पीड़ित लोगों के लिए मददगार है
पेट की मांसपेशियों की टोन को कम करने में मदद करता है
पेट की चर्बी कम करने में मददगार
नीचले हिस्से में ब्लड के सर्कुलेशन को बढ़ाता है
प्रजनन अंगों की कार्यप्रणाली में सुधार करता है।

​ये लोग न करे उत्तानपादासन
एक्सपर्ट बताती हैं कि उत्तानपादासन कई तरह की परेशानियों से आपको निजात दे सकता है। लेकिन यदि पेट या निचले हिस्से में कोई सर्जरी हुई है, या पेट के मसल्स कमजोर है, कमर में किसी तरह की चोट है, तो यह योगासन आपको नहीं करना चाहिए।

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