10 साल बाद ऐसी शीतलहर, घने कोहरे संग दिल्ली पर हाड़ कंपाने वाली ठंड का कहर

 नई दिल्ली 

दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे और प्रदूषण के साथ शीतलहर का प्रकोप मंगलवार को भी जारी है। अधिकतर जगहों पर सुबह कोहरे की मोटी परत छाई हुई है। हालांकि, कल के मुकाबले आज थोड़ी राहत है। कोहरे के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर तक पहुंच गई। इसके चलते आज भी ट्रेनों और उड़ानों के परिचालन में बाधा आ रही है। दिल्ली में जारी गलनभरी ठंड के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली में तापमान सामान्य से 3 डिग्री कम रिकॉर्ड किया गया। यहां तापमान चंबा, डलहौली, धर्मशाला और नैनीताल से भी नीचे चला गया है। आने वाले कुछ और दिन तक ऐसी ही स्थिति रहने के आसार हैं।

कोहरे के कारण जहां ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं तो हवाई यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। खराब मौसम के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर करीब 40 उड़ानें देरी से चल रही हैं। सुबह 7 बजे तक किसी फ्लाइट के डायवर्जन की सूचना नहीं थी। कोहरे के कारण मंगलवार को उत्तर रेलवे क्षेत्र में 36 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। सोमवार को इस सीजन का अब तक सबसे घना कोहरा देखने को मिला था और विजिबिलिटी 25 मीटर रह गई थी।

10 साल बाद इतनी ज्यादा ठंड

दिल्ली में न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। सफदरजंग वेधशाला में सोमवार को न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो रविवार को 1.9 डिग्री सेल्सियस रहा था। रविवार को दर्ज तापमान दो साल में सबसे कम और 2013 के बाद से इस महीने का दूसरा सबसे कम तापमान था।

धीरे गाड़ी चलाने और 'फॉग लाइट' का इस्तेमाल करने की सलाह

मौसम विभाग ने कहा है कि कोहरे के कारण हादसे अधिक होने की आशंका रहती है, इसलिए लोगों से धीरे गाड़ी चलाने और 'फॉग लाइट' का इस्तेमाल करने को कहा गया है। अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों से संबंधित अन्य समस्याओं से पीड़ित लोगों को कोहरे के कारण श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

'स्काईमेट वेदर' के मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन संबंधी विभाग के उपाध्यक्ष महेश पलावत ने कहा कि दो पश्चिमी विक्षोभों के बीच एक बड़े अंतर के कारण भीषण ठंड का लंबा दौर देखने को मिला, जिस कारण बर्फ से ढके पहाड़ों से ठंडी हवाएं सामान्य से अधिक समय मैदानी इलाकों की तरह बह रही हैं। पलावत ने बताया कि आमतौर पर दो पश्चिमी विक्षोभ के बीच तीन से चार दिन का अंतर होता है, लेकिन इस बार यह समय बढ़कर सात दिन हो गया है। एक पश्चिमी विक्षोभ 30 दिसंबर को क्षेत्र से लौटा था और दूसरा सात जनवरी को क्षेत्र में पहुंचा। आईएमडी के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि कुछ दिन बाद एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण कुछ समय के लिए राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) के पास पालम वेधशाला में सोमवार को विजिबिलिटी 50 मीटर और सफदरजंग वेधशाला में विजिबिलिटी 25 मीटर दर्ज की गई थी। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि कोहरे के कारण 267 ट्रेन अपने तय समय से देरी से चलीं।

पहाड़ों से भी अधिक ठंडी दिल्ली

आईएमडी के अनुसार, दिल्ली में सोमवार को लगातार पांचवें दिन शीतलहर का कहर जारी रहा और न्यूनतम तापमान चंबा (8.7 डिग्री सेल्सियस), डलहौजी (नौ डिग्री सेल्सियस), धर्मशाला (9.2 डिग्री सेल्सियस), शिमला (10.3 डिग्री सेल्सियस), मनाली (छह डिग्री सेल्सियस), कांगड़ा (8.9 डिग्री सेल्सियस), देहरादून (6.5 डिग्री सेल्सियस), मसूरी (11.3 डिग्री सेल्सियस), नैनीताल (छह डिग्री सेल्सियस), मुक्तेश्वर (7.6 डिग्री सेल्सियस) और टिहरी (9.2 डिग्री सेल्सियस) जैसे हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ इलाकों से भी कम रहा।

सफदरजंग वेधशाला में रविवार को न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस, शनिवार को 2.2 डिग्री सेल्सियस, शुक्रवार को चार डिग्री सेल्सियस, गुरुवार को तीन डिग्री सेल्सियस और बुधवार को 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था। 
 

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