67 हजार महिलाओं से संपर्क में GRP पुलिस सहायता का लिया फीडबैक

भोपाल

शासकीय रेल पुलिस (जीआरपी) ने एक साल में लगभग 67 हजार ऐसी महिलाओं से संपर्क किया, जिन्होंने ट्रेन में अकेले सफर किया। इन महिलाओं की मदद भी की और इसके बाद पुलिस के व्यवहार और सहायता को लेकर फीडबैक भी लिया। हालांकि कुछ ऐसे फीडबैक भी मिले जिसके बाद जीआरपी और सुधार करने पर विचार कर रही है। प्रदेश की जीआरपी करीब एक साल से महिला संवाद कर रही है।

जिसमें वह ऐसी महिलाओं से संपर्क करती है, जो अकेले यात्रा करती है। इस संवाद में उनसे जीआरपी की महिला अफसर और पुलिसकर्मी ने बातचीत की। इस दौरान उन्होंने यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा को लेकर बातचीत की। इसे लेकर सुझाव भी जाने और उन्हें कोई परेशानी होने की स्थिति में कैसे पुलिस से संपर्क किया जाए, यह भी बताया।

ऐसे ली जाती है जानकारी
मध्य प्रदेश के किसी भी स्टेशन से यात्रा शुरू करने वाली महिलाओं की जानकारी जीआरपी लेती है। इसमें यह देखा जाता है कि महिला अकेले ही सफर कर रही हो। इसके बाद जीआरपी उनके पास ट्रेन के अंदर ही पहुंचती है और उनसे सुरक्षा आदि को लेकर बातचीत करती है। महिला संवाद मध्य प्रदेश में ही ट्रेनों के अंदर किया जाता है।

महिला संवाद में अब तक जीआरपी 66 हजार 404 महिलाओं से संपर्क कर चुकी है। महिलाओं की सहायता और सुरक्षा को ध्यान में रखकर जीआरपी उनके संवाद करती है। इस संवाद में कई सुझाव भी मिले हैं।
महेंद्र सिंह सिकरवार, आईजी रेल

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