उत्तर प्रदेश से कैद मजदूरों को वर्कर प्रोटेक्शन मदला टीम ने सुरक्षित स्थानीय क्षेत्र में लाकर छोड़ा

मंडला
गौरतलब है कि आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के विभिन्न क्षेत्रों में से विगत दिनों से आदिवासी गरीब मजदूरों को काम के बहाने ले जाने की खबर सामने आ रहे हैं वहींदिनांक 8 मई 2023 को मजदूरों के परिजनों के द्वारा वर्कर प्रोटेक्शन मंडला टीम को जानकारी मिली की ग्राम सरसवाही, खमरिया और दरगाड तहसील निवास जिला मंडला से 5 मजदूर जबलपुर काम करने गए थे जहां से उन्हें दिनांक 3 अप्रैल 2023 को कोई गोलू साहू नाम का ठेकेदार मिला और  खाना खर्चा सहित ₹24000 प्रति माह ट्रैक्टर- बोरिंग गाड़ी में काम बताकर उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के अंतर्गत ग्राम गबोरा मैं ले गया और उनसे काम करवाने लगा।

काम के दौरान एक-दो दिन में मजदूरों को समझ में नहीं आया, जब काम के तीसरे दिन से सुबह 7:00 बजे से रात के 3:04 बजे तक रोजाना काम करवाने लगे तब मजदूरों ने इसका विरोध किया तब मालिक पीयूष साहू के द्वारा उनका मोबाइल और बैग जप्त कर लिया गया और उन्हें बंधक बनाकर काम करवाने लगा एक मजदूर की पत्नी ने बताया कि वहां पर उन्हें 14 से 18 घंटे काम करवाया जाता है और खाना भी पेट भर नहीं दिया जाता और खर्चे के रूप में मात्र 4 से 5 दिन के अंदर ₹50 दिया जाता है महीना पूरे होने के बाद मजदूरों ने जब अपनी मजदूरी के पैसे मालिक से मांगने लगे तो उन्हें डरा धमका कर फिर से काम में लगा दिया गया है और पैसे नहीं दिया गया है।

 परिजनों के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मंडल टीम ने मजदूरों से संपर्क साधा और उनसे जानकारी जुटाई जो कि उपरोक्त अनुसार सही है मंडला टीम के द्वारा मजदूरों से फोन पर बात करके जानकारी ली गई जिसमें उन्होंने बताया है कि हमसे पहले यहां तीन से चार टोलियां आकर काम करके चले गए उनका बैग और मोबाइल अभी भी ऑफिस में रखा हुआ है उनको मालिक ने कोई पैसा नहीं दिया बेचारे यहां से भाग कर गए हैं, अब हमें यहां जो उनकी परमानेंट ड्राइवर हैं उनकी निगरानी में हम 24 घंटे रहते हैं हमारे काम के दौरान हमारे साथ हमेशा गाली गलौज किया जाता है मारने पीटने की धमकी दी जाती है।

मडला टीम द्वारा मजदूरों से बात करते हुए उनसे एडवांस संबंधी जानकारी लेने का प्रयास किया पर उन्होंने इससे इंकार कर दिया उन्होंने कहा कि एडवांस के रूप में मात्र हम्हे 4 से 5 दिन में ₹50 ही मिलते हैं वही हमारा एडवांस है इसके अलावा हमें अभी तक ₹1 मालिक के द्वारा नहीं दिया गया है। और हम यहां से निकलना चाहते हैं लेकिन हम जहां रहते हैं वहां पर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है चुंकी मालिक का बोरिंग गाड़ी के अलावा ट्रांसपोर्ट का भी व्यवसाय है वह अपने भरोसेमंद आदमियों के साथ हम्हे गवोरा चौकी के सामने गोदाम में रखता है वहीं से हम्हे काम पर ले जाया जाते है हम यहां कुल 5 लड़के है।
 
मजदूरों की जानकारी निम्न प्रकार है
(1) राजू कुशराम पिता नन्हे कुशराम उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम दरगढ़ पोस्ट बलिया तहसील नारायणगंज जिला मंडला
(2) नितिन कुमार मार्को पिता तेजी लाल मार्को उम्र 20 वर्ष निवासी ग्राम सरसवाही तहसील निवास जिला मंडला
(3) शंकर मरावी पिता सुमन मरावी उम्र 20 वर्ष निवासी ग्राम सरसवाही तहसील निवास जिला मंडला
(4) पप्पू झारिया पिता उत्तम लाल झारिया उम्र 33 साल निवासी ग्राम सरसवाही तहसील निवास जिला मंडला
(5) दसरू कुशराम निवासी ग्राम खमरिया तहसील निवास जिला मंडला
 संपर्क नंबर 8349542877

ठेकेदार का नाम व पता
गोलू साहू-(ठेकेदार जबलपुर से महोबा तक ले जाने वाला) निवासी ग्राम गबोरा तहसील महोबा जिला महोबा उत्तर प्रदेश
मो 8318914724

पीयूष साहू- (मालिक काम करवाने वाला)निवासी ग्राम गबोरा तहसील महोबा जिला महोबा उत्तर प्रदेश
मो 8395542877

मजदूरों का लोकेशन
मजदूरों के दिए हुए जानकारी के अनुसार आज दिनांक 10 मई 2023 तक के अनुसार छतरपुर से 51 किलोमीटर दूर महोबा, महोबा से 10 किलोमीटर गबोरा पुलिस चौकी के सामने हाईवे पर

 स्थान की पहचान
पुलिस चौकी के सामने हाईवे रोड मैं मोबाइल टावर के सामने लिपटिस और नीम का पेड़ है वहीं पर शाम के काली कलर की कैंपर और कुछ ट्राला वगैरह खड़े रहते हैं।

जिसमें जैन साहस के कार्यकर्ता प्रदीप सिंह मार्को एवं थाना प्रभारी सुरेश सोलंकी का विशेष सहयोग रहा।

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