ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को दिल्ली की महिला ने ईमेल कर आत्महत्या करने की चेतावनी दी

नई दिल्ली
दिल्ली की 43 वर्षीय एक महिला ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को एक संकट भरा ईमेल भेजा। जिस पर लंदन स्थित भारतीय दूतावास, यहां विदेश मंत्रालय और दिल्ली पुलिस हरकत में आई तथा उन्होंने उसे आत्महत्या करने से रोक दिया। पुलिस ने बताया कि बुधवार रात महिला ने ईमेल के जरिये भेजे अपने संदेश में कहा, ''यदि दो घंटे में मदद नहीं मिली तो वह आत्महत्या कर लेगी।'' पुलिस ने बताया कि यह महिला अपनी शादी टूटने के चलते किसी मानसिक विकार से ग्रसित प्रतीत हो रही है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लंदन स्थित भारतीय दूतावास को फौरन ही सूचित किया गया, जिसने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से यहां संपर्क किया और त्वरित प्रतिक्रिया करने को कहा क्योंकि महिला का जीवन खतरे में नजर आ रहा था। यह मामला रोहिणी के अमर विहार पुलिस थाने में दर्ज किया गया, जिसके बाद पुलिस ने महिला का पता लगाने के लिये देर रात इलाके में घर-घर जाकर उसे ढ्रंढा क्योंकि उसने ईमेल में अपना पूरा पता नहीं लिखा था और फोन कॉल का भी जवाब नहीं दे रही थी। अधिकारी ने बताया कि महिला ने संभवत: मदद की मांग करते हुए ईमेल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को भेजा था। महिला मानसिक रूप से बहुत परेशान नजर आ रही है। 

पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला कर्ज से परेशान है और दिल्ली के रोहिणी इलाके में किराये के मकान में रहती है। पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) पी के मिश्रा ने बताया , ''रोहिणी इलाके में अमन विहार पुलिस थाने में यह सूचना पहुंची। महिला ने मेल में अपना पूरा पता नहीं लिखा था। उन्होंने बताया कि रात करीब एक बजे पुलिस ने इलाके में घर-घर जाकर उसका पता लगाने की कोशिश की और दो घंटे बाद उसका पता चला। डीसीपी ने बताया कि महिला ने बार बार कहने पर भी दरवाजा नहीं खोला और पुलिस को दरवाजा तोड़ने के लिये दमकल कर्मियों को बुलाना पड़ा। इसके कुछ देर बाद महिला बाहर निकली और वह डरी हुई तथा बेचैन नजर आ रही थी। मिश्रा ने बताया कि महिला ने कहा कि वह ठीक है और दमकल कर्मियों तथा पुलिस से वापस जाने को कहा। कुछ कर्मी उसके अनुरोध पर उसके घर में घुसे। उन्होंने बताया कि उसके घर के अंदर करीब 16 से 18 बिल्लियां घूम रही थी और पूरा घर अस्त व्यस्त था तथा ऐसा लग रहा था कि जैसे बरसों से सफाई नहीं हुई हो। डीसीपी ने बताया कि वह नगर निगम के एक स्कूल में शिक्षिका हुआ करती थी।  पुलिस ने बताया कि फौरन ही दो मनोचिकित्सकों और एक चिकित्सक को बुलाया गया। उन्होंने बताया कि महिला को अपने घर पर ही रहने की अनुमति दे दी गई और उसे मनोचिकित्सीय परामर्श दिया जा रहा है। 
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button