IPL 2020: 437 दिन बाद बैटिंग करने उतरे धोनी, बिना रन बनाए भी चेन्नई सुपर किंग्स ने ऐसे जीता मैच
नई दिल्ली
चेन्नई ने मध्यक्रम के बल्लेबाज अंबाती रायुडु की शानदार पारी और फाफ डुप्लेसिस के साथ उनकी शतकीय साझेदारी से मौजूदा चैंपियन मुंबई इंडियन्स को पांच विकेट से हराकर 13वें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपने अभियान का जीत से आगाज किया। यह मैच भारतीय दर्शकों के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण मैच था क्योंकि उन्हें लगभग छह महीने बाद अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को टीवी पर देखने का मौका मिल रहा था साथ ही यह मैच धोनी के लिहाज से जरूरी था क्योंकि वो इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद पहली बार प्रतिस्पर्धी मैच खेल रहे थे। इस मैच में धोनी 437 दिन बाद बल्लेबाजी के उतरे। उन्होंने इस मैच से पहले अपना आखिरी मैच 9 जुलाई 2019 को न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड में आयोजित विश्व कप में खेला था।
धोनी ने इस मैच में बेशक एक रन भी नहीं बनाया लेकिन अपनी शानदार कप्तानी के दम पर उनकी टीम मुंबई इंडियंस को हराने में सफल रही। चेन्नई की इस जीत में दो खिलाड़ियों का योगदान काफी अहम रहा। इस मैच में रायुडु ने 48 गेंदों पर छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से 71 रन बनाए और फाफ डु प्लेसिस (44 गेंदों पर नाबाद 58, छह चौके) के साथ तीसरे विकेट के लिए 115 रन जोड़कर चेन्नई को खराब शुरुआत से उबारा। अंतिम क्षणों में सैम कुरैन ने दो छक्कों की मदद से 18 रन बनाए। चेन्नई ने 19.2 ओवरों में पांच विकेट पर 166 रन बनाए।
मुंबई ने अंतिम छह ओवरों केवल 41 रन बनाए और इस बीच छह विकेट गंवाए जिससे वह नौ विकेट पर 162 रन तक ही पहुंच पाया। आखिर में उसे यह महंगा पड़ा। उसकी तरफ सौरभ तिवारी (31 गेंदों पर 42, तीन चौके, एक छक्का) और क्विंटन डिकॉक (20 गेंदों पर 33, पांच चौके) ने अहम योगदान दिया। चेन्नई ने मुंबई से पिछले चारों मैच गंवाए थे लेकिन इस बार वह अपने चिर प्रतिद्वंद्वी को हराकर शानदार शुरुआत करने में सफल रहा। चेन्नई की शुरुआत बहुत खराब रही और उसने पहले दो ओवर में ही दोनों सलामी बल्लेबाज शेन वाटसन (चार) और मुरली विजय (एक) का विकेट गंवा दिया। यह आलम तब था जबकि मुंबई ने जसप्रीत बुमराह से गेंदबाजी का आगाज नहीं करवाया था।
बुमराह छठा ओवर करने आए और रायुडु ने दो चौकों और एक छक्के से उनका स्वागत करके पावरप्ले में स्कोर दो विकेट पर 37 रन तक पहुंचाया। उन्होंने डु प्लेसिस के साथ कुशलता से पारी संवारी और इस बीच लंबे शॉट लगाने की अपनी कला का भी बखूबी प्रदर्शन किया। मुंबई के दोनों स्पिनरों राहुल चाहर और क्रुणाल पांड्या की उनके सामने एक नहीं चली। इस आईपीएल का पहली फिफ्टी भी रायुडु ने ही लगाई जो टी20 में उनका 26वां अर्धशतक है। रायुडु को 69 रन के निजी स्कोर पर जीवनदान भी मिला लेकिन इसी ओवर में वह हवा में लहराता हुआ कैच दे बैठे। चेन्नई को तब 24 गेंदों पर 42 रन की जरूरत थी।
रवींद्र जडेजा (10) भी कुछ खास नहीं कर पाए लेकिन कुरैन (छह गेंदों पर 18) ने क्रुणाल और बुमराह पर छक्के लगाकर चेन्नई का काम आसान कर दिया। डुप्लेसिस ने आईपीएल में अपना 13वां अर्धशतक पूरा किया और फिर विजयी चौका लगाया। इससे पहले चेन्न्ई के लिये लुंगी एंगिडी ने तीन जबकि दीपक चाहर और रविंद्र जडेजा ने दो-दो विकेट लिए जबकि लेग स्पिनर पीयूष चावला और सैम कुरैन ने प्रभावशाली गेंदबाजी की और मुंबई को बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया। लंबे अर्से बाद प्रतिस्पर्धी मैच खेल रहे महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीता, चेन्नई ने पहले फील्डिंग ली और दीपक चाहर ने लगातार तीसरे साल सत्र की पहली गेंद करने का रिकार्ड बनाया। रोहित शर्मा (12) ने चौके इसका स्वागत किया।
धोनी ने पांचवें ओवर में ही चावला के रूप में स्पिन आक्रमण लगा दिया। रोहित इस लेग स्पिनर की गेंद पर सही टाइमिंग से शॉट नहीं लगा पाए और मिडऑफ पर कुरैन को आसान कैच दे बैठे। इंग्लैंड से दो दिन पहले यहां पहुंचने के बाद मैच खेल रहे कुरैन के अगले ओवर में डिकॉक ने भी मिडविकेट पर वॉटसन को कैच का अभ्यास कराया। तिवारी ने जडेजा पर इस टूर्नामेंट का पहला छक्का लगाया लेकिन कुरैन ने सीमा रेखा पर सूर्यकुमार यादव (16 गेंदों पर 17) का कैच लपक दिया।
पीठ दर्द के कारण लगभग एक साल बाद खेल रहे हार्दिक ने जडेजा पर लगातार दो छक्के जड़कर स्कोर बोर्ड में अपनी जीवंत उपस्थिति दर्ज कराने के साथ मुंबई का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। इसके बाद डुप्लेसिस के बेहतरीन क्षेत्ररक्षण का नजारा देखने को मिला। उन्होंने तिवारी और हार्दिक दोनों के छक्के के लिए जा रहे शॉट को सीमा रेखा पर बड़ी खूबसूरती से कैच में बदलकर जडेजा को एक ओवर में दो विकेट दिलवाए। डेथ ओवरों का दारोमदार क्रुणाल पंड्या (तीन) और कीरेन पोलार्ड (18) पर था लेकिन एनगिडी ने इन्हें लगातार ओवरों में पवेलियन भेजकर मुंबई की उम्मीदों पर पानी फेरा।