आज संसद के मॉनसून सत्र का 7वां दिन: राज्यसभा में पेश हुआ किसान बिल, कांग्रेस ने बताया ‘किसानों का डेथ वारंट’

आज संसद के मॉनसून सत्र का 7वां दिन है। केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसान बिल को राज्यसभा में पेश किया। उच्च सदन में किसान बिल को लेकर तीखी चर्चा चल रही है।  कांग्रेस की बातों का जवाब देते हुए बीजेपी सांसद भूपेंद्र यादव ने कहा कि दुनिया आगे बढ़ गई है लेकिन कांग्रेस के भाषण आज भी 70 के दशक वाले हैं।
 
पंजाब से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि सरकार कह रही है ये बिल किसानों के फायदे के लिए है, लेकिन किसान कह रहे हैं कि हमको फायदा नहीं चाहिए। फिर क्यों ये बिल उनपर थोपा जा रहा है। पंजाब से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद बाजवा ने किसान बिलों पर चर्चा के दौरान बोलते हुए इसे 'किसानों का डेथ वारंट' बता दिया और कहा कि हमारी पार्टी किसी भी कीमत पर इस पर साइन नहीं करेगी। यह साफ है कि इस सरकार का मकसद हमारे किसानों को नष्ट करना और कॉर्पोरेट की मदद करना है। हमारी पार्टी ने कृषि विधेयकों का विरोध करने का निर्णय लिया है। सरकार को विधेयकों पर पुनर्विचार करना होगा, कम से कम उन्हें इसे सिलेक्ट कमिटी को भेजना चाहिए: कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल

ये बिल किसानों की जिंदगी में अभूतपूर्व बदलाव लाने वाले हैंः केंद्रीय मंत्री
लोकसभा में भी मैंने इस बात को कहा था और खुद पीएम मोदी ने भी इस बात का आश्वसन दिया है कि एमएसपी के साथ को छेड़छाड़ नहीं होगीः नरेन्द्र सिंह तोमर
मैं सदन के माध्यम से सबको आश्वस्त करना चाहता हूं कि इन बिलों का एमएसपी से कोई लेना-देना नहीं है। एमएसपी पहले की तरह ही जारी रहेगीः नरेन्द्र सिंह तोमर
केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने किसान बिल को राज्यसभा में पेश करने के बाद कहा- ये बिल किसानों के लिए बहुत क्रांतिकारी साबित होंगे।केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कृषि विधेयकों को विचार के लिए राज्यसभा में पेश किया।

बीजेपी सांसद सरोज पांडे ने 'छत्तीसगढ़ में आयुष्मान भारत योजना को लागू करने की मांग' को लेकर राज्यसभा में शून्यकाल का नोटिस दिया। कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा ने 'कोविड-19 महामारी के कारण हुए आर्थिक नुकसान से निपटने के लिए घोषित 20 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज के तौर-तरीकों में संशोधन की मांग' को लेकर राज्यसभा में शून्य-काल नोटिस दिया है।

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