पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की टिप्पणी पर घमाशान, CM शिवराज बैठे धरने पर

भोपाल/ग्वालियर
डबरा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की टिप्पणी-टाइमिंग और उस पर विरोध उप चुनाव का टाइमबम बनता दिख रहा है। नाथ की टिप्पणी को बीजेपी ने नवरात्रि के बीच महिलाओं के सम्मान से जोड़कर राजनीतिक अभियान बना दिया है। सोमवार को खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले को लेकर मौन धरने पर बैठे बल्कि यहां तक कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं के अपमान का प्रायश्चित कर रहे हैं। इधर, कांग्रेस ने भी बीजेपी नेताओं द्वारा पूर्व में महिलाओं के खिलाफ दिए गए बयानों की पूरी लिस्ट जनता के बीच रखी है।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा मंत्री इमरती देवी का नाम लिए बिना ‘आइटम’ कहने पर सियासत गरमा गई है। सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भोपाल, ग्वालियर और इंदौर में दो घंटे का मौन व्रत धरना दिया। यह  मौन व्रत पूर्व मुख्यमंत्री नाथ की टिप्पणी के प्रायश्चित स्वरूप किया गया। धरने पर बैठने के पहले सीएम चौहान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा मेरी सरकार की मंत्री, एक गरीब परिवार में पली बढ़ी बहन इमरती देवी को लेकर अभद्र कही गई थी। इसका उन्हें कोई अफसोस नहीं है। बेशर्मी से अभद्र बात जायज ठहराने का प्रयास कर रहे हैं। वे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं, वे प्रायश्चित करें या न करें लेकिन मैंने प्रायश्चित किया और दो घंटे मौन रखा। इस संकल्प के साथ मौन रखा गया कि मां, बहन और बेटियों का सम्मान सुरक्षित रखा जाएगा। माता बहनों के कल्याण के लिए हम समर्पित भाव से काम करेंगे।  

दूसरी ओर इंदौर में ज्योतिरादित्या सिंधिया और ग्वालियर के फूलबाग में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व मंत्री जयभान सिंह पवैया, पूर्व सांसद प्रभात झा, प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर, संभागीय संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी, सांसद रीति पाठक, भाजपा ग्वालियर जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी धरने में शामिल हुए।

इधर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने डबरा में दिए बयान पर बवाल मचा हुआ है, उधर वे आज सुबह ओंकारेश्वर पहुंचे। आज कमलनाथ मांधाता और नेपानगर उपचुनाव के लिए सभा करने जाने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने यहां पहुंच कर ज्योतिर्लिंग की पूजा अर्चना कर अभिषेक किया। इस दौरान उनके साथ ही कांग्रेस नेताओं ने भी आरती की। उन्होंने यहीं पर नर्मदा के दर्शन भी किए। इस मौके पर उनके साथ प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव सहित अन्य नेता मौजूद थे।

इस मामले में सीएम शिवराज ने ट्वीट कर कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान से उनका और कांग्रेस का चाल, चरित्र और असली चेहरा उजागर हुआ है। मैं कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछता हूँ, क्या वे कमलनाथ के शर्मनाक बयान से सहमत हैं? क्या कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा अपने वरिष्ठ नेता कमलनाथ के शब्दों का समर्थन करती हैं? हम महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानते हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता उनके विचारों और उनकी सीख की धज्जियाँ उड़ाते हैं। कांग्रेस के नेताओं ने हमेशा अपने बयानों के माध्यम से अपनी महिला विरोधी सोच का परिचय दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कारण पूरे देश में आज मध्यप्रदेश की बदनामी हुई है। शिवराज ने कहा कि कमलनाथ भले ही बहुत बडेÞ सेठ और उद्योगपति होंगे लेकिन क्या इससे उन्हें महिलाओं को अपमानित करने की अनुमति मिल जाती है। मैं कांग्रेस कीा महिला नेताओं से भी पूछना चाहता हूं कि क्या वे अपने नेता कमलनाथ के शब्दों का पूर्णत: समर्थन करती हैं।

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