कोरोना काल में शादियां: मेहमानों की संख्या घटी तो 40 फीसदी तक महंगी हो गई दावत की थाली

 गोरखपुर  
कोरोना की बंदिशों के चलते शादियों में मेहमानों की संख्या में कटौती और तेज लगन में खाने की वस्तुओं की मंहगाई से दावत की थाली 30 से 40 फीसदी तक महंगी हो गई है। जिन शादियों में 500 से अधिक मेहमान हैं, वहां खास फर्क नहीं पड़ा है, लेकिन संख्या 200 तक आते ही मोलभाव शुरू हो जा रहा है। मेहमानों की संख्या की बंदिश से होटलों में शादियां शिफ्ट हुई हैं। 

जिससे यहां भी वेज-नानबेज थाली महंगी हो गई है। जो थाली फरवरी महीने में 600 से 800 रुपये थी, वह 800 से 1200 रुपये में बुक हो रही है। दिसंबर में चंद दिनों के लगन के चलते शहर के सभी मैरेज हॉल, होटल और लॉन बुक हैं। अगले 6, 11 और 13 दिसम्बर को जबरदस्त लगन है। कोरोना के चलते लोग बाजार जाने से बच रहे हैं। ऐसे में कैटर्स और इवेंट वालों की पूछ बढ़ी है। 

कोरोना के बंदिश के बीच शासन ने वर-वधु को मिलाकर शादी में 100 लोगों के शामिल होने की इजाजत दी है। लेकिन 70 फीसदी से अधिक मैरेज पार्टियों में बंदिश का असर नहीं है। हालांकि संजीदा लोग मेहमानों की संख्या घटा रहे हैं। मेहमानों की घटी संख्या के बाद लोगों की पहली पसंद होटल हुए है। मैरेज हॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय खेमका का कहना है कि ‘मैरेज हाल के बजाय लोग होटलों को तरजीह दे रहे हैं। 100 से अधिक प्लेट की बुकिंग पर उन्हें हाल के लिए अलग से रकम नहीं देनी पड़ ही है। 

होटल वाले 200 लोगों का 1200 से 1400 रुपये प्लेट की दर से चार्ज कर रहे हैं तो खर्च 3 लाख से कम में निपट जा रहा है। वहीं अच्छे मैरेज हाल की बुकिंग में ही 2.50 से 3 लाख रुपये खर्च हो जा रहे हैं।’ गोलघर के एक होटल में 15 दिसम्बर तक बुकिंग है। यहां के मैनेजर राकेश का कहना है कि ‘वेज थाली की कीमत 1100 रुपये प्लस जीएसटी है। फरवरी में 800 रुपये की थाली थी।’ भांजी की शादी के लिए होटल बुक कराने राजेन्द्र नगर निवासी सूरज कुमार बताते हैं कि ‘महंगी थाली के पीछे होटल वाले दलील दे रहे हैं कि शादी के सीजन में बाद फिर बुकिंग मिलनी नहीं है। शादियों की बुकिंग से ही लॉकडाउन में हुए घाटे की भरपाई करनी है।’

खाने-पीने की वस्तुओं में 20 फीसदी का इजाफा
दावत की थाली महंगी होने के पीछे कई वजहें हैं। पहली वजह खाने-पीने की वस्तुओं में 15 से 20 फीसदी तक का इजाफा है। चेंबर ऑफ कामर्स के संजय सिंघानिया बताते हैं कि ‘फरवरी के मुकाबले खाद्य तेल में 30 फीसदी, अरहर और चना दाल में 15 फीसदी, चीनी में 10 फीसदी और मसाला में 20 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी हुई है। डबल लगन से महंगाई और बढ़ गई है। लगन समाप्त होते ही कीमतें भी गिरेंगी।’ 

इवेंट प्लान करने वाले राजेश छापड़िया शादियों में थाली की महंगाई की दूसरी वजह बताते हैं। उनका कहना है कि ‘500 से अधिक मेहमानों की संख्या होने पर फरवरी में जो थाली 600 से 800 रुपये के बीच थी, वह 1000 से 1200 रुपये पहुंच गई है। शादियों में संख्या भले ही घटे हमें कारीगरों को पूरा भुगतान करना पड़ रहा है। इनकी संख्या में भी कमी नहीं कर सकते।’   

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