आपकी आंखों की सुंदरता घटा वास्तविक उम्र से कहीं अधिक बूढ़ा दिखाते हैं क्रोज-फीट

 

क्रोज-फीट एक ऐसी समस्या है जो 30 साल की उम्र के आस-पास भी आपको परेशान कर सकती है। ये आपकी आंखों की सुंदरता घटा देते हैं और कम उम्र में ही बूढ़ा दिखाने लगते हैं। हालांकि थोड़ी-सी जागरूकता के साथ crow's feet की इस समस्या से बचा जा सकता है। आमतौर पर क्रोज-फीट की समस्या तभी होती है, जब आप अपनी त्वचा का ध्यान नहीं रखते हैं और उसके पोर्स को खुला छोड़ देते हैं। इससे त्वचा ढीली पड़ जाती है और क्रो-फीट दिखने लगते हैं…

त्वचा के लूज पड़ने से हमारे शरीर के साथ ही चेहरे के अलग-अलग हिस्सों पर झुर्रियां पड़ने लगती हैं। ऐसी ही झुर्रियां हमारी आंखों के किनारों पर पड़ती हैं, जिनका आकार क्रो यानी कोए के पंजों की तरह होता है। इसलिए आंखों के किनारे पर पड़नेवाली इन झुर्रियों को क्रो-फीट के नाम से जाना जाता है।

आतौर पर क्रोज फीट की समस्या बढ़ती उम्र की निशानी होती है। लेकिन आज के समय में यह समस्या 30 साल की उम्र के आस-पास भी नजर आने लगी है। इसकी वजह यह है कि यह परेशानी जिन कारणों से होती है, वे इस प्रकार हैं…

तनाव
नींद पूरी ना होना
त्वचा की देखभाल ना करना
बहुत अधिक समय धूप में बिताना
भोजन में पोषण की कमी
त्वचा में रूखापन रहना
मदिरा का अधिक सेवन
लैपटॉप और मोबाइल का अधिक उपयोग
त्वचा में कोलेजन का उत्पादन कम होना
ध्यान ना देने पर बढ़ जाती है समस्या

यदि आप क्रोज फीट की समस्या को नोटिस करके समय पर इसका उपचार नहीं करते हैं तो यह समस्या बढ़ती जाती है और आगे चलकर आपको डार्क सर्कल, आंखों के नीचे झुर्रियां होना जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है।

इसलिए समय पर इस समस्या से बचाव करना शुरू कर दें। वैसे भी इस समस्या के जितने कारण यहां हमने आपको बताए हैं, उनमें एक भी कारण ऐसा नहीं है, जिसे आप कंट्रोल ना कर सकें। सिवाय कोलेजन के उत्पादन को छोड़कर।

सिर्फ यही एक ऐसी वजह है, जिसके लिए आपको डॉक्टर से परामर्श की जरूरत है। कोलेजन एक खास तरह का प्रोटीन होता है, जो आपकी त्वचा में नई कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है और त्वचा को कसा हुआ रखता है, जिससे आप युवा बने रहते हैं।

मेहनत पर फेर देते हैं पानी
आप चाहे कितने भी युवा और ऊर्जा से भरे हुए क्यों ना हो लेकिन क्रोज फीट आपके चेहरे का आकर्षण खराब करते हैं और आपको थका हुआ दिखाते हैं। ऐसे में कई बार आपको पर्सनल तो कभी प्रफेशनल फ्रंट पर नुकसान उठाना पड़ सकता है।

क्योंकि क्रोज फीट आपको प्रजेंटेबल नहीं दिखाते हैं। साथ ही आपकी बॉडी और ब्रेन की ऊर्जा को कम दिखाते हैं। जिससे बाकी लोगों का आकर्षण आपकी तरफ कम हो सकता है। इसलिए इनका समय पर इलाज करना जरूरी है।

यूवी अल्ट्रा रेज से बचें
कभी भी बहुत अधिक तेज धूप में ज्यादा समय तक ना रुकें। यदि आपको धूप में समय बिताना ही हो तो सिर पर कॉटन का स्टॉल ढंक लें। साथ ही आंखों पर गॉगल लगा लें। ताकि सूरज की हानिकारक अल्ट्रा वायलट रेज आपकी आंखों की नाजुक त्वचा को नुकसान ना पहुंचाएं।

साथ ही धूप में जाने के कम से कम 20 मिनट पहले अपनी पूरी त्वचा पर संसक्रीन का उपयोग करें। इसके लिए हाई सन प्रोटेक्शन फैक्टर (एसपीएफ) युक्त संसक्रीन का उपयोग करें।

आंखों के व्यायाम करें
जब हम लगातार किसी एक काम में ध्यान लगाकर उसे करते रहते हैं तो इससे हमारी आंखो की मांसपेशियों में स्टिफनेस आ जाती है। इससे यहां की त्वचा में रक्त का प्रवाह बाधित होता है और त्वचा पर उम्र का असर जल्दी दिखने लगता है।

इस समस्या से बचने के लिए आंखों के व्यायाम करें। जैसे अपने हाथों की हथेलियों को पलकों पर रखकर हल्का सा दबाएं और फिर इसी तरह दबाते हुए दोनों हाथों को सिरे के ऊपर की तरफ ले जाएं।

ऊंगलियों से आंखों के आस-पास की त्वचा पर मसाज करते रहें। ऐसा आप किसी भी काम के बीच में कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि आपके हाथ और नाखून पूरी तरह साफ होने चाहिए। इसके लिए आप सैनिटाइजर का उपयोग कर सकते हैं।

ये तरीके देते हैं तुरंत राहत
क्रोज फीट की समस्या से निजात दिलाने के लिए आप आंखों से संबंधित आसान एक्सर्साइज सीखें, जिन्हें आप सफर के दौरान या ऑफिस में बैठे हुए भी आसानी से कर सकते हैं।

दिन में कम से कम दो बार पूरे चेहरे को मॉइश्चराइज करें और हल्के हाथों से आंखों के आस-पास की त्वचा पर मसाज भी करें। इससे आपकी त्वचा में रक्त का प्रवाह बढ़ेगा।

रात को सोने से पहले आंखों के आस-पास की नाजुक त्वचा पर अंडर आई नाइट क्रीम का उपयोग कर सकते हैं। यह आपकी त्वचा से क्रोज-फीट, फाइन लाइन्स और डर्क सर्कल जैसी समस्याओं को दूर करेगी।

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