लद्दाख: 10 हजार सैनिक ‘हटाकर’ माइंड गेम खेल रहा चीन

पेइचिंग
पूर्वी लद्दाख में पिछले कई महीने से चल रहे तनाव के बीच चीन के एलएसी से अपने 10 हजार सैनिकों को हटा लेने का दावा किया गया है। चीन के हॉन्‍ग कॉन्‍ग शहर से प्रकाशित अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्‍ट ने चीनी सेना के सूत्रों के हवाले से बताया कि भीषण सर्दी के इस मौसम में जंग की संभावना कम होने की वजह से चीनी सेना को भारत से लगी 'विवादित सीमा' से हटाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी सैनिक सेना के वाहन में गए ताकि भारतीय पक्ष उन्‍हें देख सके और उसकी पुष्टि कर सके। अखबार ने ये सैनिक अल्‍पकालिक समय के लिए शिंजियांग और तिब्‍बत मिलिट्री क्षेत्र से तैनात किए गए थे। भारतीय सेना ने भी माना है कि चीनी सैनिक वापस गए हैं। हालांकि भारतीय सेना ने कहा कि अभी तक तनाव वाले इलाकों से कोई चीनी सैनिक नहीं हटा है। इन जगहों पर गत वर्ष 5 मई से तनाव बना हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि चीनी अखबार के 10 हजार सैनिकों को हटाने के दावे की स्‍व‍तंत्र पुष्टि करने कोई तरीका नहीं लेकिन अगर इतने बड़े पैमाने पर सैनिकों को हटाया गया होता तो सैटलाइट तस्‍वीरों या संचार उपकरणों की मदद से उसे पकड़ा जा सकता था।

विशेषज्ञों के मुताबिक इन चीनी सैनिकों के वापस जाने की कोई तस्‍वीर भी नहीं है। उनका कहना है कि ये चीनी सैनिक इस खुशफहमी में वापस गए हैं कि चीनी सेना ने अंतिम पोस्‍ट तक धातु की रोड बना ली है और पूरे एलएसी पर अडवांस्‍ड लैंडिंग ग्राउंड बना ल‍िया है। चीन के पास अब इतनी क्षमता है कि वह मात्र एक सप्‍ताह के अंदर अपनी पूरी सेना को तैनात कर सकता है। उधर, भारतीय सेना के योजनाकारों के मुताबिक चीन के इसी खतरे को देखते हुए इंडियन आर्मी पूर्वी लद्दाख में यथास्थिति की बहाली तक पूरी तरह से अलर्ट रहेगी। भारतीय सेना ने यह भी स्‍पष्‍ट कर दिया है कि वह चीनी सैनिकों के पूरी तरह से हटने से पहले पीछे नहीं हटेगी। चीनी सेना के अभ्‍यास में महत्‍वपूर्ण बात यह है कि उसने अपना वार्षिक अभ्‍यास शेदुला या शहीदुल्‍ला सैन्‍य ठिकाने पर किया है जो कराकोरम पास से मात्र 94 किमी दूर है। यह कराकोरम पास भारत के दौलतबेग ओल्‍डी हवाई ठिकाने के बेहद करीब है। 19वीं सदी में डोगरा जनरल जोरावर सिंह ने रणनीतिक रूप से महत्‍वपूर्ण इस पूरे इलाके पर कब्‍जा कर लिया था। साउथ चाइना मार्निंग पोस्‍ट ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सेंट्रल म‍िल‍िट्री कमिशन इस बात को लेकर आश्‍वस्‍त है कि इतनी ज्‍यादा ठंड में दोनों ही पक्षों के लिए यह असंभव है कि वे युद्ध करें। इस वजह से चीनी सैनिकों को उनके मूल बैरक में वापस भेजा गया है। इसी रिपोर्ट में एक भारतीय सेवानिवृत्‍त राजनयिक के हवाले से कहा गया है कि चीन के सैनिक हटाने से भारत भी ऐसा करने पर विचार कर सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक भारतीय सेना को इस तरह के माइंड गेम से स‍तर्क रहने की जरूरत है।

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