कभी भी फटे, जले या फेडेड कपड़े न पहनें

हमारे आसपास हमेशा सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। हमारी दिनभर की गतिविधियां नकारात्मक और सकारात्मक ऊर्जा को प्रभावित करती हैं। अगर हम रोजाना छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें तो सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह में वृद्धि कर सकते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में।

कपड़े हमारे व्यक्तित्व, चरित्र, व्यवहार, आत्मविश्वास को दर्शाते हैं। कभी भी फटे, जले या फेडेड कपड़े न पहनें। फटे हुए कपड़े पहनने से शारीरिक क्षमता एवं ऊर्जा नष्ट होती है। हमेशा साफ कपड़े ही पहनें। दिन की शुरुआत हमेशा स्वच्छ कपड़ों के साथ करनी चाहिए। कपड़ों को धोने के बाद उन्हें हमेशा धूप में सुखाना चाहिए। धुले हुए कपड़ों को कभी भी रात में घर से बाहर नहीं छोड़ना चाहिए। रात में एनर्जी निगेटिव का प्रवाह बढ़ जाता है, यह नकारात्मक ऊर्जा कपड़ों में भी आ सकती है। महीने में कम से कम एक बार घर में मौजूद तकियों और गद्दों को धूप में रखना चाहिए। अगर घर में कोई बीमार है तो उसके गद्दे और चादरों को भी नियमित अंतराल पर धूप दिखानी चाहिए ताकि नकारात्मक ऊर्जा बाहर निकल सके।

घरों में फटे-पुराने कपड़े हैं तो इन्हें दान कर देना चाहिए या इसका किसी और काम में उपयोग करना चाहिए। किसी भी तरह की टूटी-फूटी या गैर-जरूरी वस्तु को घर में नहीं रखना चाहिए। घर की छत पर पड़ी गंदगी से आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। घर या दुकान की कोई भी अलमारी टूटी नहीं होना चाहिए। टूटी अलमारी आर्थिक हानि का कारण बन सकती है। घर में बनने वाले मकड़ी के जाले तुरंत हटा दें। ऐसा करने से जीवन में शुभ कार्य होना शुरू हो जाएंगे।

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