बिजली निगम में बिल खत्‍म करने के खेल का खुलासा,सिस्‍टम से उड़ा दिया पौने दो लाख का बकाया

 गोरखपुर 
बिजली निगम की विजिलेंस टीम ने चौरीचौरा क्षेत्र में पौने दो लाख का बकाया बिल सिस्टम से उड़ाने का खेल पकड़ा है। जांच में पता चला है कि विशुनपुर गांव के पौने दो लाख के बकाएदार उपभोक्ता पर इंजीनियर इतने मेहरबान हुए कि सिस्टम से बकाया उड़ा दिया साथ ही कनेक्शन भी ऐसी श्रेणी (डिस्मेंटल) में डाल दिया जिसे खत्म मान लिया जाता है। दूसरी तरफ उपभोक्ता बिजली का इस्तेमाल करता रहा। विजिलेंस टीम ने उपभोक्ता के खिलाफ बिजली चोरी का केस दर्ज कराया है साथ ही अभियंताओं पर सिस्टम से बिल उड़ाने व गलत तरीके से कनेक्शन खत्म करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।
 
विजिलेंस टीम द्वितीय ने 8 जनवरी को चौरीचौरा वितरण खण्ड के रानापार और विशुनपुरा गांव में छापेमारी की थी। इस दौरान गांव के लालमन यादव का बड़ा मकान देखकर जांच की। टीम ने लालमन से कनेक्शन व मीटर की रसीद मांगी। लालमन ने कनेक्शन का पेपर दिखाते हुए कहा कि तीन किलोवाट का पुराना कनेक्शन खत्म हो गया है। अब नए कनेक्शन की प्रक्रिया चल रही है। टीम ने ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम में कनेक्शन आईडी की जांच कराई तो मामला खुलकर सामने आया।

विजिलेंस टीम के मुताबिक ऑनलाइन बिलिंग सिस्टम से पता चला कि 16 जून 2020 को लालमन के घर पर मीटर लगा। इस कनेक्शन पर 23 अक्तूबर को बिल बनने पर स्टाप लगा। अगले महीने अभियंताओं ने कनेक्शन डिस्मेंटल श्रेणी में डाल दिया। 1.74 लाख का बकाया भी सिस्टम से उड़ा दिया। इसके बाद विजिलेंस प्रभारी ने लालमन के खिलाफ बिजली थाने में बिजली चोरी की धारा-135 के तहत तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया। तहरीर में बिजली अभियंताओं पर भी आरोप लगाया कि लालमन की कनेक्शन आईडी-751717034947 पर दर्ज 1.74 लाख बकाए का लोप कर अभियंताओं ने कनेक्शन डिस्मेंटल श्रेणी में डाल दिया है। इससे बिजली निगम को आर्थिक चपत लगी है। बिजली थाना प्रभारी ने चौरीचौरा वितरण खण्ड के एक्सईएन से सप्ताहभर में जवाब मांगा है।

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