भाजपा शासनकाल में अधिकारियों को वसूली के लिए टारगेट दिया जाता था – भूपेश
रायपुर
जगदलपुर रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा व आरएसएस को संयुक्त रूप से लपेटे में लेते हुए कहा कि जब भी भाजपा के नेता दौरे पर होते थे तो उन्हे वसूली के लिए टारगेट दिया जाता था हर कोई परेशान रहते थे। जिस एटीएम की सलाह भाजपाई कांग्रेस को दे रहे हैं वे अपना अनुभव बता रहे हैं। मंत्रिमंडल में बदलाव की बात महज आकलन है। आरएसएस के प्रांत संचालक बिसराराम यादव की जगह पूर्णेंदू सक्सेना को कमान सौंपे जाने पर कहा कि नागपुर के बंधुआ मजदूर के रूप में यहां के संघी काम कर रहे हंै।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस)के छत्तीसगढ़ प्रांत में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है। संघ बिसहाराम यादव की जगह डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना को नया प्रांत संघचालक चुना है। अब मुख्यमंत्री ने प्रांतीय नेतृत्व में इस परिवर्तन पर बड़ा हमला बोला है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को कहा, छत्तीसगढ़ के आरएसएस कार्यकर्ता नागपुर के बंधुआ मजदूर हैं। वे उससे उबर नहीं पाए हैं। बिसराराम जी स्थानीय व्यक्ति थे। छत्तीसगढ़ के माटीपुत्र थे। अब उसको भी हटा दिया गया। अब यहां आरएसएस का कोई आदमी स्थानीय स्तर पर कुछ बड़ा नहीं बोल सकता। छत्तीसगढिय़ा व्यक्ति को हटा कर नागपुर से जुड़े लोगों को जिम्मेदारी दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा, जिस तरह नक्सलियों के सभी बड़े नेता व कमांडर आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में रहते हैं। यहां के लोग केवल बंदूक चलाने का काम करते हैं। उसी तरह आरएसएश में सारे नेता नागपुर में, बचत यहां के लोग केवल अफवाह फैलाने की मशीन के तौर पर काम करते हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य मंत्रिमंडल में बदलाव की किसी संभावना से इन्कार किया है। उन्होंने कहा, अभी मंत्रिमंडल में फेरबदल की कोई संभावना नहीं है। हम सभी सामुहिक जिम्मेदारी के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस संबंध में वे आलाकमान के आदेश पर काम करेंगे।
मुख्यमंत्री ने भाजपा के उन आरोपों का करारा जवाब दिया है, जिसमें छत्तीसगढ़ सरकार को कांग्रेस पार्टी का एटीएम बनाने की बात कही है। उन्होंने कहा, एटीएम को लेकर भाजपा अपना अनुभव बता रही है। भाजपा नेता जब दौरे पर जाते थे तो पूरे राज्य भर में वसूली होती थी। उस समय अधिकारी परेशान रहते थे। सबको टारगेट दिया जाता था। हर डिवीजन से पैसा वसूल कर दिया जाता था। कांग्रेस शासनकाल में अधिकारी कर्मचारी स्वतंत्र रूप से बगैर किसी दबाव में काम कर रहे है।