COVID-19 से जुड़ी झूठी और गलत जानकारी को फैलने से रोकने के लिए Google ने उठाए ये खास कदम

 नई दिल्ली  
भारत में COVID-19 टीकाकरण अभियान दूसरे चरण में है। देश धीरे-धीरे सामान्य जीवन और काम पर लौटता दिखाई दे रहा है।  लेकिन अभी भी देश भर में कई लोग कोरोना संक्रमित हो रहे हैं। भारत सरकार दुनिया में सबसे बड़ी टीकाकरण ड्राइव चला रही है। जिस वजह से वैक्सीन को लेकर गलत जानकारी भी फ़ैल रही है। इन्ही गलत और झूठी जानकारियों को फैलने से रोकने के लिए  Google कई अहम कदम उठा रही है। 

Google में एक ब्लॉग पोस्ट में जानकारी दी है कि वो वैक्सीन से संबंधित प्रश्न पूछने वाले लोगों सही इन्फोर्मेशन देने के लिए कुछ खास स्टेप्स ले रहा है। Google ने कहा कि उसने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ काम कर रही है जिससे यूजर को स्पष्ट और साइंटिफिक जानकारी मिल सके। कंपनी मंत्रालय के रैपिड रिस्क रेस्पॉन्स टीम के साथ बहुत क्लोजली काम कर रही है, ताकि इंटरनेट के जरिये फैल रही भ्रामक जानकारियों पर भी लगाम लगाया जा सके। 

  
गूगल अपने सर्च इंजन, गूगल मैप और गूगल असिस्टेंस सर्विस के जरिये आपको सारी जानकारी देगा। शुक्रवार को गूगल इंडिया की ओर से यह जानकारी दी गई है कि अब आप गूगल मैप पर वैक्सीनेशन सेंटर का पता ढूंढ पाएंगे। मैप पर दिख रहे वैक्सीनेशन सेंटर पर क्लिक करने के बाद आपको डाइरेक्शन भी पता चल जाएगा। आप गाड़ी से हों या पैदल आप डाइरेक्शन फॉलो करते हुए सीधे कोरोना टीकाकरण केंद्र पहुंच पाएंगे। गूगल असिस्टेंस और गूगल सर्च भी इसमें आपकी मदद करेगा।

 Google ने अपने ब्लॉग पोस्ट में बताया कि COVID वैक्सीन से संबंधित प्रश्नों के लिए Google सर्च में दिखाई देने वाले नॉलेज पैनल्स के बारे में विस्तृत जानकारी देगा। हिंदी और अंग्रेजी के अलावा कई क्षेत्रीय भाषाओं में भी सूचनाएं उपलब्ध कराने को प्रतिबद्ध है। गूगल तमिल, तेलगू, मलयालम, कन्नड़, मराठी, गुजराती और बंगाली में भी COVID से जुड़ी सूचनाएं देगा। कोवैक्सीन और कोवि​शील्ड, दोनों वैक्सीन्स की प्रभावकारिता, सेफ्टी, साइडइफेक्ट्स, वितरण समेत तमाम जानकारियां उपलब्ध कराना इसका उद्देश्य है। 

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