पूरे बिहार में होली बाद पेंशन योजना के लिए चलेगा अभियान

पटना
बिहार में श्रमयोगी मानधन पेंशन योजना से लगभग दो लाख असंगठित श्रमिकों को जोड़ा गया है,जो बाकी राज्यों की तुलना में कम है. ऐसे में विभाग निर्णय लिया है कि होली के बाद अभियान चलाकर असंगठित श्रमिकों को पेंशन योजना से जोड़ा जाये. विभाग ने इस वर्ष अंत तक 19 लाख श्रमिकों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है, जिसके लिए जिला स्तर पर निर्देश जारी किया गया है. इसके लिए अन्य विभागों से सहयोग लिया जायेगा. ल सके

अभियान ठीक से चले और अधिकारी पूरा सहयोग करें, इसको लेकर मंत्री के स्तर से समीक्षा बैठक की गयी है,जिसके बाद लक्ष्य का निर्धारण किया गया है.श्रम संसाधन विभाग के मंत्री जिवेश कुमार ने कहा कि लॉकडाउन के कारण योजना के तहत निबंधन कम हुए है, लेकिन होली बाद इस अभियान को तेजी से चलाया जायेगा, ताकि योजना का लाभ सभी को मि

अभियान के दौरान किस जिले में कितने लोगों को पेंशन योजना से जोड़ा गया, इस पर ऑनलाइन निगरानी होगी. अधिकारियों को वाट्सएप ग्रुप बनाकर हर दिन रिपोर्ट मुख्यालय में भेजनी होगी. जहां पर हर जिले का स्ट्राइक रेट देखा जायेगा. जहां भी काम की गति धीमी होगी, वहां के संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में जवाब देना होगा.

एक अनुमान है कि राज्यभर में 50 लाख असंगठित श्रमिक हैं, जो इस योजना का लाभ ले सकते हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में वह इससे अभी तक नहीं जुड़ सकें हैं. ऐसे स्ट्रीट वेंडरों को जोड़ने के लिए श्रम संसाधन विभाग जिलों में अभियान भी चलायेगा.

असंगठित क्षेत्र के कम आयवर्ग वालों को बुढ़ापे में वित्तीय सुरक्षा के लिए केंद्र सरकार की एक खास योजना पीएम श्रम योगी मानधन है. इस योजना के तहत ऐसा कोई भी भारतीय नागरिक जुड़ सकता है, जिसकी उम्र 18 साल से 40 साल के बीच हो. हर महीने एक आंशिक योगदान के जरिए वह आजीवन 3000 रुपये पेंशन का हकदार बन सकता है.अगर पेंशन मिलने से पहले ही लाभार्थी की मृत्यु होती है तो पेंशन का 50 फीसदी हिस्सा उसके जीवनसाथी को रूप में दिया जाएगा.

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