इंडिगो एयरलाइंस ने लॉकडाउन में कैंसिल हुए टिकटों के 1,030 करोड़ रुपये लौटाये

नई दिल्ली
बीते साल मार्च के महीने में कोरोना वायरस महामारी के चलते लगे लॉकडाउन के कारण अचानक ही कई जगहों पर हवाई सेवाएं रोक दी गई थीं। ऐसे में बहुत से यात्रियों द्वारा पहले से ही बुक कर ली गई टिकटें कैंसिल कर दी गई और यात्रियों के किराये का यह पैसा अटक गया था। अब धीरे-धीरे तमाम एयरलाइंस ने यात्रियों को यह पैसा लौटाना शुरू कर दिया है। इस बीच इंडिगो ने बुधवार को घोषणा करते हुए कहा कि साल 2020 में अचानक से बंद हुई हवाई सेवाओं के कारण रद्द हुए सभी टिकटों के कुल राशि का लगभग 99.5% पैसा उन्होंने यात्रियों को वापस कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के एक आदेशानुसार, बीते साल कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन के कारण उड़ान नहीं भर पाने वाले यात्रियों को उनके टिकट का पूरा पैसा लौटाया जाना था।

मार्केट शेयर के हिसाब से देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने कहा कि मई 2020 में पूरा परिचालन फिर से शुरू करने के बाद से ही कंपनी तेजी से ग्राहकों को उनकी बकाया राशि वापस कर रही है, जिनकी उड़ानें लॉकडाउन के दौरान रद्द कर दी गई थीं। एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा, “एयरलाइन लगभग 1,030 करोड़ रुपये यात्रियों को वापस लौटा चुकी है, जो कुल राशि का लगभग 99.95% है। रिफंड से जुड़े लंबित मामले ज्यादातर नकद लेन-देन के हैं, जिसमें इंडिगो ग्राहकों के बैंक ट्रांसफर डिटेल्स का इंतजार कर रहा है।” मुंबई स्थित एक उपभोक्ता संगठन मुंबई ग्रहाक पंचायत के अध्यक्ष एडवोकेट शिरीष देशपांडे ने कहा कि स्थिति में सचमुच सुधार हो रहा है, क्योंकि एयरलाइंस के खिलाफ शिकायतों की संख्या में कमी आई है।

इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रोनजोय दत्ता ने कहा, "कोविड-19 की अचानक शुरुआत और इसके परिणामस्वरूप लॉकडाउन ने मार्च, 2020 के अंत तक हमारे परिचालन को पूरी तरह से रोक दिया। टिकट की बिक्री के माध्यम से हमारे पास आने वाले नकदी प्रवाह पर असर पड़ा। रद्द उड़ानों के लिए तुरंत रिफंड की प्रक्रिया में हम असमर्थ थे। हालांकि, संचालन की बहाली और हवाई यात्रा की मांग में लगातार वृद्धि के साथ, हमारी प्राथमिकता क्रेडिट शेल मात्रा को शीघ्रता से वापस करने की रही है। हमें यह साझा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि हमने 99.95% लोगों का पैसा लौटा दिया है और जैसे ही हम बाकी ग्राहकों से अपेक्षित विवरण प्राप्त करेंगे, शेष भुगतान भी पूरा कर लेंगे।” वहीं, देशपांडे ने कहा कि रिफंड से संबंधित कुछ गिनी-चुनी शिकायतें ही हैं। हमें पिछले आठ दिनों में कोई शिकायत नहीं मिली है। हालांकि, यह जांचने की जरूरत है कि क्या एयरलाइंस उस ब्याज राशि का भुगतान कर रही हैं, जो सुप्रीम कोर्ट की ओर उन्हें बताया गया था।

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