चौका-बर्तन कर गुजारा करने वाली मां का लाडला बना पटना का सेकेंड टॉपर

 पटना 
                                                    
पापा गुजर गये, लेकिन मां रेणु देवी ने हार नहीं मानी। दूसरे के घर चौका बर्तन कर परिवार का पालन पोषण कर रही है। अपने बेटे को पढ़ाया। उसकी हर खुशी का ख्याल रखा। आज वह अपने लाडले की सफलता पर फुले नहीं समा नहीं रही है। मां की आशा के अनुरूप बेटे शुभम ने इंटर विज्ञान रिजल्ट में पटना जिले से दूसरा स्थान प्राप्त किया है। पटना कॉलेजिएट हाई स्कूल के छात्र शुभम कुमार ने बेहतर अंकों के साथ सफलता हासिल की है। गुदड़ी के लाल इस होनहार को 464 अंक आए हैं। विज्ञान संकाय में राज्य टॉपर सोनाली को 471 अंक मिले हैं। उसका परिवार खगौल डीआरएम ऑफिस के बगल की गली में रहता है। बेटे की सफलता की कहानी सुन मां खुशी से झूम उठी। अपने पड़ोसियों को मिठाई खिलाई। 

मां ने बताया कि शुभम के पिता का निधन 2009 में हो गया था। बेटे को आगे बढ़ा देख खुश हूं। शुभम कुमार को बिहार बोर्ड ने फिजिकल वेरिफिकेशन और इंटरव्यू के लिए बुलाया था। इसके बाद शुभम कुमार को लगा कि वो जिले में टॉपर सूची में शामिल होगा। विज्ञान संकाय में 464 अंक (92.8 फीसदी) प्राप्त करने वाले शुभम ने बताया कि भौतिकी में पांच अंक और आना चाहिए था। अंग्रेजी और हिन्दी में भी कम अंक मिले। शुभम को रसायन  में 95 और गणित में 98 अंक मिले हैं। उसे 90 फीसदी से ऊपर आने की उम्मीदें थी। लगा था कि स्कूल टॉपर हो जाएंगे। आज जानकर खुशी हो रही है कि जिले में दूसरा स्थान आया है। 

रिसर्च करना अच्छा लगता है
शुभम कुमार आईआईटी करके साइंटिस्ट के क्षेत्र में जाना चाहते हैं। उसने बताया कि उसे विज्ञान में रिसर्च करना अच्छा लगता है। नये-नये प्रयोग करना चाहते हैं। साइंस के बारे में हमेशा सोचता हूं। इस कारण साइंटिस्ट बनाना चाहता हूं। परीक्षा में काफी आसान सवाल पूछे गए। इस बार जेईई नहीं दिया था। अगले साल जेईई देकर आईआईटी में नामांकन लूंगा।

काश! हमें भी लैपटॉप मिलता.. 
शुभम कुमार विज्ञान संकाय में जिले में दूसरे स्थान पर रहा है। उसकी इच्छा लैपटॉप की है। वह अपने जानने वालों से पूछ रहा है कि क्या उसे लैपटॉप नहीं मिलेगा। हिन्दुस्तान अखबार से बातचीत में उसने कहा कि काश! मै स्टेट टॉपर होता तो मुझे भी लैपटॉप मिलता। लैपटॉप से आगे की पढ़ाई में मुझे सहूलियत होती। ज्ञात हो कि मेधा सूची में शामिल तीन पहले टॉपर को ही बिहार बोर्ड द्वारा लैपटॉप दिया जाता है। 

Back to top button