भारत रत्न डॉ बाबा साहेब अंबेडकर को उनकी जयंती पर शत-शत नमन: PM मोदी

नई दिल्ली
देश में आज संविधान निर्माता और भारत रत्न बाबा साहेब बीआर अंबेडकर की जयंती मनाई जा रही है। इस खास अवसर पर पीएम मोदी ने उन्हें याद करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि ' भारत रत्न डॉ बाबा साहेब अंबेडकर को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए किया गया उनका संघर्ष हर पीढ़ी के लिए एक मिसाल बना रहेगा, उनके विचार और आदर्श भारत के लाखों लोगों को ताकत देते रहते हैं।'

 राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी बाबा साहेब को याद करते हुए ट्वीट किया है कि 'भारतीय संविधान के प्रमुख शिल्‍पी, बाबासाहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि! डॉ आंबेडकर ने समतामूलक न्‍यायपूर्ण समाज बनाने के लिए आजीवन संघर्ष किया। आज हम उनके जीवन तथा विचारों से शिक्षा ग्रहण करके उनके आदर्शों को अपने आचरण में ढालने का संकल्‍प लें।'

पूरे देश में आज संविधान निर्माता और भारत रत्न बाबा साहेब बीआर अंबेडकर की जयंती मनाई जा रही है। इस खास अवसर पर पीएम मोदी ने उन्हें याद करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि भारत रत्न डॉ बाबा साहेब अंबेडकर को उनकी जयंती पर शत-शत नमन। समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए किया गया उनका संघर्ष हर पीढ़ी के लिए एक मिसाल बना रहेगा, उनके विचार और आदर्श भारत के लाखों लोगों को ताकत देते रहते हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी बाबा साहेब को याद करते हुए ट्वीट किया है कि भारतीय संविधान के प्रमुख शिल्‍पी, बाबासाहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि! डॉ आंबेडकर ने समतामूलक न्‍यायपूर्ण समाज बनाने के लिए आजीवन संघर्ष किया।

 आज हम उनके जीवन तथा विचारों से शिक्षा ग्रहण करके उनके आदर्शों को अपने आचरण में ढालने का संकल्‍प लें। गौरतलब है कि बीआर अंबेडकर के बचपन का नाम भीमराव रामजी सकपाल था, जो कि उनके पिता ने स्कूल में लिखवाया था, भीमराव की प्रतिभा से प्रभावित होकर शिक्षक कृष्ण केशव ने उन्हें अपना सरनेम दिया था। अंबेडकर हिंदू महार जाति से संबंध रखते थे, जो अछूत कहे जाते थे और उनके साथ सामाजिक और आर्थिक रूप से गहरा भेदभाव किया जाता था। बाबा साहब ने देश में बौद्ध आंदोलन को चलाया। अंबेडकर को भारतीय बौद्ध भिक्षुओं ने बोधिसत्व की उपाधि प्रदान की थी तो वहीं उन्हें लंदन विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टर ऑफ साईंस से भी नवाजा गया था। संविधान निर्माता अंबेडकर को 31 मार्च 1990 को मरणोपरांत सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। 

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