निजी कॉलेज प्राचार्यों की सूची नहीं देने पर BU कुलपति को लगी फटकार

भोपाल
राजभवन ने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय से निजी कॉलेजों के प्राचार्यों की सूची तलब की है, जिससे देने में बीयू सफल नहीं हो सका है। इसके चलते कुलपति को राजभवन की फटकार खाना पड़ी है। हालांकि राजभवन रजिस्ट्रार से पत्र व्यवहार करने की वजाय कुलपति से कर रहा है। प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर सवाल उठ रहे हैं।

राजभवन बीयू की कार्य परिषद में चार निजी कॉलेजों को प्राचार्यों को सदस्य बनाना चाहता है। इसके लिए राजभवन कुलपति प्रो. आरजे राव को बार-बार सूचना देकर निजी कालेजों के प्राचार्यों की सूची मांग रहा है, लेकिन कुलपति राव राजभवन सूची देने में चूक रहे हैं। सूची के अभाव में राजभवन बीयू की कार्यपरिषद में चार निजी कॉलेजों को सदस्य बनाने में असमर्थ हो रहा है। इसके चलते राजभवन ने बीयू कुलपति राव को करारी फटकार लगाई है।

हालांकि राजभवन को बीयू की प्रशासनिक गतिविधियों के लिए रजिस्ट्रार को सूचित करना चाहिए। क्योंकि प्रशासनिक व्यवस्थाओं का मुखिया रजिस्ट्रार है। वहीं, दूसरी तरफ निजी कॉलेज अपनी जानकारी देने में काफी लापरवाही बरत रहे हैं। इसकी वजह उन्होंने अपने कॉलेजों में पदस्थ किए गए प्राचार्यों को रवाना कर दिया है। वहीं, अयोग्य उम्मीदवार को प्रभारी प्राचार्य की जिम्मेदारी सौंप रखी है। वहीं, बीयू के दस्तावेजों में विदा हो चुके प्राचार्यों के नाम चढेÞ हुए हैं। कॉलेजों में फैकल्टी को लेकर काफी फर्जीवाड़ा कर रखा है। इसलिए वे बीयू को सही जानकारी नहीं भेज रहे हैं।

उच्च शिक्षा विभाग ने भी बीयू को ऐसे निजी पर कार्रवाई करने के लिए आदेशित कर रखा है। ऐसे करीब 210 निजी कालेजों की सूची विभाग को भेज दी गई है। अब बीयू उन्हें नोटिस देकर जांच कराएगा। कालेजों में फर्जीवाड़ा खुलाता है, तो उनके खिलाफ संबद्धता समाप्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

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