मां का अंतिम संस्‍कार के बाद फिर मरीजों को बचाने हॉस्पिटल लौटे 2 डॉक्टर

वडोदरा
कोरोना महामारी से मौत के आंकड़े लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में कोविड हॉस्पिटलों में सेवा दे रहे डॉक्टरों को बिल्‍कुल भी फुरसत नहीं है। गुजरात के वडोदरा में कोरोना से डॉक्टरों की फैमिली भी संकट में है। दो डॉक्‍टरों की मांताओं की कोरोना के कारण जान चली गई। उन डॉक्‍टरों ने अपनी माताओं के अंतिम संस्कार में हिस्‍सा लिया और उसके बाद फिर अपनी ड्यूटी पर लौट पड़े। अपने-अपने अस्‍पतालों में वे मरीजों को बचाने में जुट गए।

 मां का अंतिम संस्‍कार कर लौटी एक डॉक्‍टर ने कहा कि, मेरी मां ने कहा था कि कर्तव्य से बड़ी कोई जिम्‍मेदारी नहीं, जिसे निभाया जाए। गुरुवार को 3.30 बजे, मां कोविड आईसीयू में वायरस से एक हफ्ते की लड़ाई के बाद गुजर गई थीं। छह घंटे बाद, राज्य-संचालित एसएसजी अस्पताल में से उन्‍हें इसकी सूचना मिली। वहां संबंधित विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ शिल्पा पटेल ने बचाने की काफी कोशिश की, हालांकि मां बच नहीं पाईं। अपनी 77 वर्षीय मां कांता अंबालाल पटेल का अंतिम संस्कार करने के बाद, उन्होंने (डॉक्‍टर) ने अपनी मां की कही हुई बात का अनुसरण करते हुए एक बार फिर अपना PPE सूट पहना और काम पर लौट पड़ीं।
 

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