पहले ठीक से इलाज नहीं मिला अब मौत के बाद एक वाहन में लादे जा रहे तीन-तीन शव

भोपाल
भोपाल में लगातार बढ़ते कोरोना के बीच सरकारी आंकड़ों में मौतों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। नगर निगम के एक वाहन में तीन-तीन शवों को हमीदिया से श्मशान घाट तक भेजा रहा है। श्मशान घाटों पर उन्हें कोरोना ग्रसित शवों को उचित स्थान पर दाह संस्कार नहीं किया जा रहा है। वहीं शवों के आंकड़े छिपाने अस्पताल भी नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। सवाल इसलिए क्योंकि सरकारी आंकड़ों में मौत और श्मशान घाटों पर कोविड प्रोटोकॉल से शवों के अंतिम संस्कार के आंकड़ों में काफी अंतर आ रहा है।

भदभदा श्मशान घाट में दो लावारिस कोरोना संक्रमण शवों का अंतिम संस्कार उनके परिजनों के बिना ही कर दिया गया। परिजन उन्हें हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराकर भाग खडेÞ हुए। उनका हालचाल पूछने तक नहीं आए। उपचार के दौरान उनका देहांत हो गया। तब अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें भदभदा श्मशान घाट भेज दिया। तब उनका अंतिम संस्कार श्मशान घाट ट्रस्ट द्वारा ही कर दिया गया।

कोरोना संक्रमण के आंकडेÞ छिपाने के लिए अस्पताल काफी प्रयास कर रहा है। कोविड केंद्रों पर बाहरी लोगों का ज्यादा मना है। इसलिए कोरोना मरीज की मृत्यु होने के बाद अस्पताल उन्हें जीवित बता रही है। शव को अस्पताल में संभाल कर रखते हैं। इससे शव अकड़ जाते हैं। ऐसे शवों का अंमित संस्कार करने में एक से डेढ़ क्विंटल लकड़ी का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है।

शहर में कोरोना से रिकवर होने का आंकड़ा भी अब 1400  पार कर गया है। शहर के लिए यह अच्छी खबर है। बीते 24 घंटे में शहर में करीब 1457 मरीज कोरोना को हराकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। ऐसे में अब शहर में करीब 8758 सक्रिय मरीज हैं। वहीं, अब तक शहर में कुल 68570 कोरोना मरीज मिले चुके हैं और 59138 मरीज कोरोना से जंग लड़कर ठीक हो चुके हैं। लगातार कोरोना से रिकवर होने के मामले सामने आ रहे हैं। यह एक अच्छी खबर है, इससे कोरोना महामारी से लड़ने वालों को संबल मिल रहा है।

Back to top button