45 एकड़ में राधास्वामी सत्संग ब्यास में बना कोविड केयर सेंटर, बढ़ाई जाएंगी स्वास्थ्य सुविधाएं

इंदौर
कोरोना संक्रमण का हाट स्पाट बन चुके इंदौर में इस समय निराशा के बीच आशा की उजली किरण भी चमक रही है। इस किरण का प्रकाश शहर के खंडवा रोड पर स्थित राधास्वामी सत्संग ब्यास में नजर आ रहा है। यहां करीब 45 एकड़ में अस्थायी अस्पताल आकार ले रहा है। इसे देवी अहिल्या बाई को समर्पित करते हुए उन्हीं का नाम दिया गया है।

आक्सीजन प्लांट लगने के बाद यहां स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी और यह अस्थायी अस्पताल का रूप ले लेगा। कोरोना मरीजों के लिए दिल्ली के बाद इंदौर में राधास्वामी सत्संग ब्यास का यह बड़ा सेवा प्रकल्प होगा। यहां स्वास्थ्य सेवाओं की बागडोर तो जिला प्रशासन संभालेगा, लेकिन मरीजों के लिए भोजन, नाश्ते और पानी का लंगर सत्संग ब्यास के सेवादार चलाएंगे।

प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे, भाजपा नेता मधु वर्मा, डा. निशांत खरे, विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, आकाश विजयवर्गीय सहित कलेक्टर मनीष सिंह, डीआइजी मनीष कपूरिया आदि ने परिसर का दौरा कर इंतजामों का जायजा लिया। पूर्व महापौर मोघे ने सुझाव दिया कि गांवों में बड़ी संख्या में कोरोना पाजिटिव मिल रहे हैं। इनके लिए गांवों में मोबाइल लैब चलाना चाहिए। इसमें रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जाएं और पाजिटिव आने वाले लोगों को वहीं हाथोहाथ दवा की किट दी जाए।

सत्संग के लिए बने चद्दरों के विशाल स्थायी डोम में एक साथ साढ़े चार लाख सत्संग करते हैं। इसी जगह कोविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है। सेंटर को चारों ओर से कवर कर यहां बेड लगाए गए हैं। सेंटर के नोडल अधिकारी और आइडीए सीईओ विवेक श्रोत्रिय ने बताया कि गर्मी के दिन होने से यहां मरीजों के लिए ठंडक का भी इंतजाम किया जा रहा है। इसके लिए पीथमपुर की एक कंपनी ने हाइब्रिड कूलिंग सिस्टम लगाया है। इससे अंदर का तापमान करीब 20 डिग्री कम हो जाएगा।

कोविड केयर सेंटर में रखे जाने वाले संक्रमितों को भोजन और नाश्ता मिलाकर पांच बार खाने को दिया जाएगा। सुबह-शाम चाय और दोपहर में संक्रमण रोधी काढ़ा दिया जाएगा तो रात को हल्दी के साथ दूध मिलेगा। हर मरीज को एक किट दी जाएगी, जिसमें पल्स आक्सीमीटर और थर्मामीटर भी दिया जाएगा।

कोविड केयर सेंटर में उन कोरोना संक्रमितों को जगह दी जाएगी जो होम आइसोलेशन में रह रहे हैं। साथ ही जिनके घर में अलग से आइसोलेट होने की पर्याप्त जगह और कोई ध्यान रखने वाला नहीं है। ऐसे लोगों के लिए यह कोविड केयर सेंटर घर से बाहर घर से भी बेहतर वातावरण प्रदान करेगा। मरीजों को स्वस्थ और तनावरहित रखने के लिए योग आदि गतिविधियों के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम भी किए जाएंगे। हरिओम योग केंद्र द्वारा मरीजों को हर दिन योग और प्राणायाम भी कराया जाएगा। मनोरंजन के लिए टीवी भी लगाए जाएंगे जिसमें रामायण और अन्य प्रेरणादायक सीरियल व कार्यक्रम दिखाए जाएंगे।

इस कोविड केयर सेंटर के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से 35 डाक्टरों और 70 नर्सों की नियुक्ति की जा चुकी है। इस अस्थायी अस्पताल के लिए शहर के चार प्रमुख निजी अस्पताल जिम्मेदारी संभालेंगे। इनमें चोइथराम, बाम्बे, अपोलो और मेदांता अस्पताल शामिल हैं। हर अस्पताल को शुरुआत में 150- 150 बेड की जिम्मेदारी दी जाएगी। इन 600 बेड को चार सेक्टर में बांटा जाएगा। अस्पतालों की ओर से एकएक प्रभारी डाक्टर, सुपरवाइजर और नर्सिंग सुपरवाइजर व्यवस्था देखेंग

कोविड केयर सेंटर के चलते आम लोगों को परेशानी न हो और यहां एंबुलेंस आसानी से आ-जा सकें, इसलिए बड़े वाहनों को डायवर्ट किया जा रहा है। सोमवार को कलेक्टर मनीष सिंह के साथ, डीआइजी मनीष कपूरिया और यातायात विभाग के एएसपी रणजीत सिंह देवके व अन्य अधिकारियों ने मिलकर डायवर्शन प्लान तैयार किया है। क्षेत्र व कालोनी के रहवासियों को परेशानी न हो, इसलिए उनके आने-जाने का रास्ते में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

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